कलाईयों का दर्द छूमंतर

ये पांच एक्सरसाइज आपके कलाईयों के दर्द को करेंगी छूमंतर

561 0

नई दिल्ली। लंबे वक्त तक कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करने वालों के साथ-साथ बहुत ज्यादा बाइक चलाने से कलाईयों में दर्द हो सकती है। इससे छुटकारा पाने के लिए आप रोजाना कलाईयों की ये सिंपल एक्सरसाइज कर सकते हैं।

दोनों कलाईयों को नीचे की ओर खींचे

पहले अपने हाथ को सामने लाकर सीधा करें। इसके बाद कलाईयों को नीचे की तरफ झुकाएं और फिर दूसरे हाथ से कलाई को नीचे की ओर खींचने की कोशिश करें। कलाई को करीब 20 से 30 सेकेंड खींचे रहें। ऐसे ही अपने दूसरे हाथ की कलाई के साथ भी करें। यह एक्सरसाइज आपकी कलाई की नसों को खोलने का काम करेगी और कलाई को आराम पहुंचाएगी।

टेनिस बॉल का करें यूज

अगर आपको कलाई में दर्द महसूस हो रहा है तो आप टेनिस बॉल का यूज कर सकते हैं। इस बॉल को हथेली में लेकर दबाएं। इससे आपकी थकावट भी कम होने लगेगी और आप फ्रेश महसूस करेंगे। यह एक्सरसाइज आपको रोजाना करनी चाहिए खासकर उन्हें जिन्हें रोज कंप्यूटर या लैपटॉप पर घंटों काम करना होता है।

आंवला बेहतरीन सुपरफूड और इसका जूस मोटापे को करेगा छूमंतर 

कलाई को चारों ओर घुमाएं

पहले मुट्टी बना लें। इसके बाद अपने हाथ को सामने लाएं और धीरे-धीरे इसे चारों ओर घुमाएं। इस एक्सरसाइज में आप पहले अपनी कलाई को घड़ी की तरह घुमाएं, फिर उल्टा घुमाना शुरु करें।

डंबल से कर सकते हैं एक्सरसाइज

कलाईयों को मजबूत करने के लिए 4-5 किलो के डंबल को हथेलियों पर रखें और फिर उंगलियों को अंदर की तरफ मोड़कर उसे पकड़े। उसे हथेली से कलाई तक रोल कराएं, फिर उंगलियों को वापस शुरुआती पोजिशन में ले जाएं। इसे कम से कम 10-15 बार करें। यह एक्सरसाइज आपकी कलाई को और मजबूत करने में मदद करेगी। इसे अपने डेली रूटीन में जरूर शामिल करें।

पहले मुट्ठी बनाएं और 4 से 5 सेकेंड के बाद खोलें

कलाई को आराम देने के लिए मुट्ठी बनाएं। जिसे आप करीब 4 से 5 सेकेंड के बाद खोलें और अपनी उंगलियों को खींचें। इस एक्सरसाइज से आपको उंगलियों पर भी असर होगा साथ ही उंगलियों का दर्द भी कम होगा। वह फिर से काम करने के लिए तैयार हो जाएंगी। उनमें किसी तरह की कोई थकावट महसूस नहीं होगी।

Related Post

महानता और संस्कृति में महिलाओं का होता है विशेष स्थान, जानें इनसे जुड़ी रोचक बातें

Posted by - May 31, 2019 0
डेस्क। किसी भी देश की महानता और संस्कृति में महिलाओं का विशेष स्थान होता है और हमारे तो वेदों में…