uttrakhand

दल बदलुओं की बर्थडे पार्टियां याद रहीं, आद्य पुरुष के परिजनों का सुख- दु:ख भूले!

737 0

देहरादून। प्रदेश में अब तक कुल 16 विधानसभाओं में बड़ी संख्या  में इस तरह के कार्यक्रम हो चुके हैं, सैकड़ों या हजारों की संख्या में इन कार्यक्रमों में भाजपाइयों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है।

खबर है कि अगली 14 नवंबर, रविवार को देहरादून जिले की दो विधानसभाओं के एक संयुक्त कार्यक्रम में लगभग 4 हजार से अधिक लोग कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने जा रहे हैं। इनमें भाजपा, आप के कई प्रदेश और जिला स्तर के नेता, यू.के.डी. के बड़े लोगों समेत सेना के कई अवकाशप्राप्त अधिकारी भी शामिल हैं। इस कार्यक्रम की तैयारी में जुटे राजकुमार जायसवाल, महेंद्र सिंह नेगी एवं शीशपाल सिंह विष्ट

यशपाल आर्य की पुन: कांग्रेस ज्वॉइनिंग पर मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कह रहे हैं कि अपनी जमीन खो चुके जिन नेताओं और विधायकों को पद—पैसे का लालच देकर भाजपा ज्वॉइन कराई जा रही है, वह किस देश हित, संगठन हित की श्रेणी  में आता है?

बताते चलें कि उत्तराखंड के बड़े दलित नेता एवं पुष्कर कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री यशपाल आर्य एवं नैनीताल से उनके विधायक पुत्र संजीव आर्य द्वारा भाजपा से इस्तीफे एवं पुन: कांग्रेस में जाने पर धामी ने कहा था कि भाजपा में पहले देश हित फिर संगठन हित,  फिर निजी हित आता है। धामी का आरोप था कि पिता—पुत्र निजी हित की वजह से भाजपा छोड़कर गए हैं।

तीनों नेता कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री बनने से  पहले  तीन अगस्त तक पुष्कर सिंह धामी अपने चहेते नौकरशाहों के चैंबर्स में बैठकर और अपने गिने—चुने सहयोगियों के बीच बैठकर संघ और भाजपा को जिस प्रकार कोसा करते थे, संघ और व भाजपा के नेताओं पर किस-किस तरह के गंभीर आरोप लगाते थे, मंत्री न बनाए जाने से खिन्न और अवसादग्रस्त पुष्कर अन्य दलों के लोगों से बातचीत कर जिस प्रकार अपना राजनीतिक भविष्य बचाने के लिए आकुल—व्याकुल थे, वह किस देश हित और संगठन हित की श्रेणी  में आता है? खंडूड़ी, निशंक , त्रिवेंद्र एवं तीरथ की सरकारों को अस्थिर करने में बेहद सक्रिय रहे पुष्कर तब कौन सा देशहित और संगठन हित साध रहे थे। इन सबके पीछे उनका कौन सा निजी हित नहीं था?

तीनों नेता कह रहे हैं कि 2017 में चौबट्टाखाल से टिकट कटने के बाद तीरथ सिंह रावत ने सतपाल महराज और संघ के एक बड़े नेता को किस प्रकार अपने घर में अपमानित किया था और संघ व भाजपा के लिए किस तरह की शब्दावली का प्रयोग किया था, संघ व भाजपा पर किस तरह के आरोप मढ़े थे, वह किस देश हित, संगठन हित की श्रेणी में आता है?

तीनों नेता यह भी कह रहे हैं कि अपने को गरीब बताने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत किस देश हित, संगठन हित के कारण अकूत संपदा के स्वामी बन गए? अन्य दलों के नेता किस देश हित, संगठन हित के तहत आयातित किए जा रहे हैं?  तीनों कह रहे हैं कि जिनके घर खुद कमजोर कांच के बने हों, वे दूसरों के मजबूत किलों पर खनन से इकट्ठी रेत—बजरी न फेंकें।

तीनों नेताओं ने सवाल किया है कि पार्टी में मनचाहा पद मिलते ही भाजपा सबकी ‘मां’ कैसे हो गई?  ये सभी वो लाल हैं जो अपनी मां को वृद्धाश्रम भेजने को तैयार बैठे थे।

बताते चलें कि महेंद्र सिंह नेगी संघ के तृतीय वर्ष प्रशिक्षित स्वयंसेवक हैं। राम मंदिर आंदोलन में 100 कारसेवकों के सबसे पहले जत्थे में वह शामिल थे। जनांदोलनों और संघ के आंदोलनों में वह कई बार जेल तक गए हैं। संघ और विहिप के हर बड़े नेता के साथ उन्होंने संगठन में कार्य किया है। राजकुमार जायसवाल भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे हैं। छात्रसंघ के महामंत्री रहे हैं। वणिक समाज के अलावा मसूरी व राजपुर विधानसभा क्षेत्र में उनकी जमीनी मजबूत पकड़ है। वह तमाम सामाजिक संगठनों और संस्थाओं से जुड़े हैं।शीशपाल विष्ट भी संघ के प्रचारक रहे हैं। यू.के.डी. के प्रधान महासचिव को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने खुद देहरादून आकर आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई थी और उन्हें उत्तराखंड का प्रदेश कोआॅर्डिनेटर बनाया था। तीनों आज हरीश रावत के साथ हैं। भाजपा का नेतृत्व फिलहाल उन मुसाफिरों की आवभगत व जी—हुजूरी में अस्त,व्यस्त, मस्त और पस्त है, जो कोई भी सुपर फास्ट ट्रेन मिलते ही उनकी पैसेंजर ट्रेन छोड़कर भाग जाएंगे। उन मुसाफिरों से हलकान भाजपा उत्तराखंड में हांफते हुए पथभ्रमित ही नजर आ रही है। फिलवक्त भाजपा के पास ऐसा कोई पथ नहीं बचा है जिससे उसे इस समस्या का तोड़ मिल सके। .. क्रमश:

Related Post

महिला सुरक्षा में सोशल मीडिया की भूमिका

महिला सुरक्षा में सोशल मीडिया की भूमिका पर कार्यशाला

Posted by - March 7, 2020 0
लखनऊ। इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ ने सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर आयोजित किया।…

बंगाल में गरजे योगी, बोले- दो मई के बाद TMC के गुंडों को मिलेगी सजा

Posted by - March 16, 2021 0
पुरुलिया (पश्चिम बंगाल)।  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) आज पश्चिम बंगाल के पुरुलिया, बांकुड़ा और पश्चिम मेदिनीपुर…
UP assembly

उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2021 विधानसभा में पास

Posted by - February 24, 2021 0
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2021 (Religion Conversion Bill) विधानसभा में बुधवार को पास हो गया।…