Kisan Rail Roko Andolan

कृषि कानून (agricultural law) के खिलाफ प्रदर्शन कर किसानों ने रोकी ट्रेन

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लखनऊउत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में किसानों ने आज रेल रोको आंदोलन (Kisan Rail Roko Andolan) निकाला, जिसके तहत किसानों ने कई जगहों पर रेल पटरियों पर बैठकर प्रदर्शन किया और ट्रेनें रोकीं। कई जगहों पर पहले ही एहतियातन ट्रेनों को रोक दिया गया। केंद्र सरकार के कृषि कानून (agricultural law) के विरोध में लम्बे समय से प्रदर्शन कर रहे किसानों का गुरुवार को रेल रोको प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। रेलवे के साथ यूपी पुलिस भी बेहद सतर्क है।

भारतीय किसान यूनियन (Bhartiy Kisan Uniyan) के आह्वान पर चार घंटे के किसानों का रेल रोको  प्रदर्शन (Kisan Rail Roko Andolan) के दौरान पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ और आसपास के जिलों में किसान रेलवे स्‍टेशन पर बैठ गए हैं। इस दौरान भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश में किसान आंदोलन अब तक शांतिपूर्ण है। कहीं से कानून-व्यवस्था बिगड़ने की सूचना नहीं है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसानों की आड़ में कोई असामाजिक तत्व शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को बर्बाद न करें। पुलिस को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

तीनों कृषि कानून (agricultural law) के विरोध में गुरुवार को किसानों ने रेल रोको आंदोलन (Rail Roko Protests)  किया। इसके मद्देनजर मेरठ और आसपास के जिलों में किसान का आक्रोश दिखा। बुलंदशहर के खुर्जा में किसानों ने एक घंटे तक गोमती नगर एक्‍सप्रेस ट्रेन को रोके रखा। इसी बीच में ड्राइवर के उपर किसानों ने फूलों की वर्षा की गई। वहीं, मेरठ में किसानों के ट्रैक पर बैठने के कारण पहले ही ट्रेन रोक ली गई थी। मेरठ में करीब तीन बजे किसानों ने अपना धरना समाप्‍त कर दिया। कई जिलों में यह आंदोलन 3.30 तक चला। बिजनौर के नजीबाबाद में भी किसानों के ट्रैक पर बैठने के कारण एक ट्रेने पहले ही रोक ली गई। इस आंदोलन के कारण सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और बागपत में भी कई ट्रेनों के संचालन में बाधा आई। यात्री परेशान नजर आए।

प्रदेश में मेरठ, आगरा, मुजफ्फरनगर, मथुरा, बुलंदशहर के साथ लखनऊ में भी रेल प्रशासन ने इससे निपटने के इंतजाम कर रखे हैं। लखनऊ में लखनऊ जंक्शन के साथ लखनऊ रेलवे स्टेशन पर जीआरपी व आरपीएफ के साथ आरपीएसएफ की टीमें भी मुस्तैद हैं। प्रदेश भर में आज आरपीएसएफ की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। गाजियाबाद में दिल्ली बॉर्डर पर लम्बे समय से प्रदर्शन कर रहे किसानों की बड़ी संख्या को देखते हुए स्टेशन के साथ ही यार्ड तथा रेल के सभी परिसर में सुरक्षाबल को तैनात कर दिया गया है।

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