रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना का यह नया वैरिएंट कई अन्य देशों में भी मिल चुका है। दरअसल, पिछले कुछ समय से भारत समेत दुनियाभर में संक्रमण के मामले बढ़े हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना के नए वैरिएंट के अभी पर्याप्त मामले नहीं मिले हैं। हालांकि बताया जा रहा है कि यह वैरिएंट शरीर के इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरक्षा तंत्र से बचकर संक्रमण को बढ़ाता है।
कोरोना वायरस का यह नया म्यूटेशन करीब 15 से 20 फीसदी नमूनों में पाया गया है और यह चिंता पैदा करने वाले पहले के वैरिएंट से मेल नहीं खाता। महाराष्ट्र से मिले नमूनों के विश्लेषण से पता चला है कि दिसंबर 2020 की तुलना में कोरोना के नमूनों में ई484क्यू और एल452आर म्यूटेशन के अंशों में बढ़ोतरी हुई है। अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के देश आने पर और अन्य कोरोना मरीजों से लिए गए नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग और इसके विश्लेषण से पता चला है कि फिलहाल इस वैरिएंट से संक्रमित लोगों की संख्या 10 है।
गृह मंत्रालय ने बीते मंगलवार को महामारी के प्रभावी नियंत्रण के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए थे, जो एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक लागू रहेंगे। इस दिशा-निर्देश में देश के कुछ हिस्सों में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों को जांच, निगरानी और उपचार की प्रक्रिया को सख्ती से लागू करने का अधिकार दिया गया है। प्रत्येक व्यक्ति कोरोना से बचने के नियमों का पालन करे, उन्हें यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है। इसकी अलावा सभी पात्र लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया तेज करने को भी कहा गया है।
Genome Sequencing by INSACOG shows variants of concern and a Novel variant in India.https://t.co/hs3yAErWJR pic.twitter.com/STHjcMnkMh
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) March 24, 2021