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शेयर बाजार पर कोरोना का बुरा असर, 15 मिनट में निवेशकों के डूबे 6 लाख करोड़ से अधिक पैसे

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बिजनेस डेस्क। आज सोमवार यानि सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भी शेयर बाजार में जोरदार गिरावट दर्ज किया गया है। आए दिन लगातार ऐसा देखने को मिल रहा है। सूत्रों के मुताबिक इसका मुख्य कारण कोरोना वायरस बताया जा रहा है। इसी के कारण सभी बाज़ारों में मंदी छायी हुई है।

बता दें कि शुरुआती कारोबार में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 1591.80 अंक यानी 4.67 फीसदी की ढलान के साथ 32,511.68 के स्तर पर खुला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 446.85 अंक यानी 4.49 फीसदी की गिरावट के साथ 9508.35 के स्तर पर खुला।

बाजार के खुलने के बाद शुरुआती 15 मिनट में निवेशकों के छह लाख करोड़ से भी ज्यादा पैसे डूब गए। शुक्रवार को सुबह लोअर सर्किट लगने के कारण बाजार के खुलते ही ट्रेडिंग रोकनी पड़ी थी। लेकिन बाद में एक दिन में सेंसेक्स ने 4,715 अंकों की रिकवरी की थी।

10:56 बजे बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। थीड़ी रिकवरी के बाद सेंसेक्स 1360 अंक यानी 3.99 फीसदी की गिरावट के बाद 32,743 के स्तर पर पहुंच गया। जबकि निफ्टी 360.25 अंक यानी 3.62 फीसदी की गिरावट के बाद 9,594.95 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

10:22 बजे बीएसई का सेंसेक्स 1609.04 अंक गिरकर 32,494.44 के स्तर पर है। निफ्टी 438.20 अंक ( -4.40 फीसदी ) फिसलकर 9517 पर कारोबार कर रहा है।

10:04 बजे सेंसेक्स 1749.79 अंक बढ़कर 32,353.69 पर कारोबार कर रहा था। एनएसई का निफ्टी 455.60 अंक ( -4.58 फीसदी ) गिरकर 9,499.60 पर था।

9:43  बजे सेंसेक्स में 2031 अंक ( -5.96 फीसदी ) की गिरावट आई। सेंसेक्स 32,071.83 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी 591.25 अंक यानी 5.94 फीसदी की गिरावट के बाद 9,363.95 के स्तर पर पहुंच गया।

9:30 बजे सेंसेक्स 1978.31 अंक यानी 5.80 फीसदी की ढलान के साथ 32,125.17 के स्तर पर था और निफ्टी 522.75 अंक यानी 5.25 फीसदी की गिरावट के साथ 9432.45 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

यूएस फेडरल बैंक ने घटाई ब्याज दर

कोरोना वायरस के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक आगे आ रहे हैं। यूएस फेडरल रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है। इसके तहत अब बैंक 0 से 0.25 की ब्याज दर पर कर्ज उपलब्ध कराएगा। न्यूजीलैंड के केंद्रीय बैंक ने भी आपातकालीन बैठक के बाद ब्याज दरों में 75 आधार अंकों की कटौती की है।

कोरोनावायरस से बचाव के लिए भारतीय रेलवे ने चलाया सघन अभियान

इससे पहले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के केंद्रीय बैंक ने 27 अरब डॉलर के राहत पैकेज की घोषणा की थी। इसके तहत यूएई के बैंकों को सपोर्ट किया जाएगा और विभिन्न नियामकीय सीमाओं में ढील दी जाएगी। वहीं सऊदी अरब ने अलग से 13 अरब डॉलर की राहत पैकेज की घोषणा की है। इसके बावजूद आज बाजार में गिरावट देखी जा रही है।

ये रहा दिग्गज शेयरों का हाल

सुबह 9:30 बजे एनएसई पर यस बैंक के अलावा सभी कंपनियों के शेयर लाल निशान पर थे। निम्नलिखित कंपनियों के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई

वेदांता लिमिटेड( -9.58 फीसदी )

डेएसडब्ल्यू स्टील( -8.86 फीसदी )

एचडीएफसी( -7.75 फीसदी )

इंडसइंड बैंक( -7.76 फीसदी )

आईसीआईसीआई बैंक ( -7.67 फीसदी )

सेक्टोरियल इंडेक्स पर भी डाले नजर

सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आज सभी सेक्टर्स की शुरुआत गिरावट पर हुई। इनमें पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक, मीडिया, आईटी, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी, ऑटो और मेटल शामिल हैं।

74.06 के स्तर पर खुला रुपया

डॉलर के मुकाबले आज रुपया 15 पैसे की गिरावट के बाद 74.06 के स्तर पर खुला। जबकि शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 73.91 के स्तर पर बंद हुआ था।

 बाजार पूंजीकरण में भारी गिरावट

पिछले सप्ताह सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 4,22,393.44 करोड़ रुपये की भारी गिरावट आई। सबसे ज्यादा नुकसान में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और रिलायंस इंडस्ट्रीज रहीं।

प्री ओपन के दौरान शेयर मार्केट का हाल

प्री ओपन के दौरान सुबह 9:10 बजे शेयर मार्केट लाल निशान पर था। सेंसेक्स 1,000.24 अंक यानी 2.93 फीसदी की गिरावट के बाद 33,103.24 के स्तर पर था। वहीं निफ्टी 367.80 अंक यानी 3.69 फीसदी की गिरावट के बाद 9,587.80 के स्तर पर था।

यस बैंक के शेयर में जोरदार बढ़ोत्तरी

सुबह 9:56 बजे यस बैंक का शेयर 10.85 अंक यानी 42.47 फीसदी की बढ़त के बाद 36.40 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि शुरुआती कारोबार में यह 26.70 के स्तर पर खुला था और शुक्रवार को 26.55 के स्तर पर बंद हुआ था। दरअसल, आर्थिक संकट से जूझ रहे यस बैंक को उबारने के लिए सरकार ने यस बैंक के पुनर्गठन की योजना अधिसूचित की।

सरकार ने वर्तमान प्रशासक प्रशांत कुमार को प्रबंध निदेशक, सीईओ नियुक्त कर दिया है। सरकारी अधिसूचना के अनुसार, यस बैंक पर लगी रोक 18 मार्च की शाम छह बजे से हटा ली जाएगी। इसकी वजह से इसके शेयर में बढ़त देखी जा रही है। निर्मला सीतारमण ने बताया कि एसबीआई ने यस बैंक 49 फीसदी तक निवेश किया है।

इसके साथ ही अन्य निवेशकों को भी आमंत्रित किया जा रहा है। एसबीआई के करीब 26 फीसदी निवेश की लॉक-इन अवधि तीन साल होगी। जबकि दूसरे निवेशकों के 75 फीसदी निवेश राशि की लॉक-इन अवधि तीन वर्ष होगी।

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