कानपुर में फर्जी शस्त्र लाईसेंस के जरिये बड़े पैमाने पर असलहे खरीदने का मामला

345 0

कानपुर के कई गन हाउस मालिकों द्वारा फर्जी शस्त्र लाईससों पर असलहा खरीदने-बेचने के मामले में फरार आरोपी राजकिशोर राय को यूपी एसटीएफ ने झारखण्ड से गिर तार किया है। राजकिशोर ने कानपुर के गन हाउस मालिकों से फर्जी शस्त्र लाईसेंस पर दर्जन भर से अधिक असलहे खरीदे और बेचे थे। ये असलहे नक्सलियों को भी सप्लाई किये गये थे। एटीएस की जांच मेें राजकिशोर का नाम प्रकाश में आया था, तबसे वह फरार था। उस पर यूपी पुलिस ने पचास हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

दिल्ली विवि के छात्रों को डिजिटल माध्यम से डिग्री प्रदान की

एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी ने बताया कि एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में शनिवार को राजकिशोर को देवघर, झारखण्ड से गिर तार किया गया है। उसे ट्रांजिट रिमाण्ड पर लखनऊ लाया जा रहा है। राजकिशोर राय वर्तमान समय में मुंगेर, बिहार में रह रहा था। मूलरूप से वह बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाला है। यूपी में उसका ठिकाना हापुड़ के ग्राम-बिहुनी था। कानपुर से अवैध असलहे खरीदने और बेचने के मामले में उसके विरूद्ध लखनऊ के थाना-एटीएस में केस दर्ज कराया गया था। कानपुर नगर के कुछ गन हाउसों के द्वारा फर्जी शस्त्र लाइसेंसों पर शस्त्रों एवं कारतूसो की बिक्री की गयी था जिसमें राजकिशोर राय ने अन्य व्यक्तियों के नाम पते से बनवाए गए शस्त्र लाइसेंसों पर कुल 4 रायफल .315 बोर (इन्डियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री) मेड, 40 कारतूस, एक बन्दूक 12 बोर, 10 कारतूस पूर्वांचल गन हाउस एवं ए.के. नियोगी एंड कंपनी कानपुर से खरीदे थे।

वोकल फॉर लोकल: खिलौनों में आत्मनिर्भरता की तलाश

गौरतलब है कि 25 जुलाई 2017 को यूपी एटीएस ने कानपुर के चार गन हाउस मालिकों को गिर तार किया था। इन पर अवैध तरीके से असलहे बेचने का आरोप है। असलहा बिहार के दो युवकों को बेचा गया, जिनके माध्यम से इन्हें संदिग्ध आतंकवादियों और नक्सलियों तक पहुंचा दिया गया। जांच में 19 असलहे अवैध तरीके से बेचने का खुलासा हुआ था। आईएसआईएस खुरासान मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकियों को डेढ़ हजार कारतूस बेचने के आरोप में काकादेव निवासी राघवेंद्र सिंह चौहान को एटीएस ने गिर तार कर जेल भेजा था। राघवेंद्र सिंह से मिली जानकारी के आधार पर आगे तहकीकात की गई तो चार गन हाउसों स्वामी खन्ना हाउस, स्वामी एके नियोगी एंड कंपनी, स्वामी पूर्वांचल गन हाउस व स्वामी जय जवान आर्म्स डीलर के रिकॉर्ड में 29 असलहों की गड़बड़ी मिली। इनमें 19 असलहों की बिक्री में अनिमितता पाई गई थी। ये सभी असलहे फर्जी लाइसेंस व कागजात पर बेचे गए।

एटीएस के मुताबिक बिहार के मुंगेर निवासी राज किशोर राय अवैध असलहों का बड़ा सप्लायर है। वर्ष 2016 में बिहार एटीएस ने उसको गिर तार भी किया था। उस दौरान उसके पास 10 फर्जी शस्त्र लाइसेंस व असलहे मिले थे। जांच में पता चला कि राज किशोर व उसके साथी उमेंद्र सिंह ने कानपुर के चारों गन हाउसों से इन सभी असलहे खरीदे थे। एटीएस का कहना है कि राजकिशोर फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपने गुर्गों को असलहे खरीदने के लिए दुकान पर भेजता था।

Related Post

CM Dhami

रामराज आ रहा है, देश को योगी-मोदी जैसे नेताओं की जरूरत: सीएम धामी

Posted by - September 19, 2022 0
लखीमपुर खीरी/उत्तराखंड। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) हेलीकॉप्टर द्वारा पसगवां क्षेत्र के गांव मकसूदपुर पहुंचे। यहां उन्होंने…
Lilima Minj

भारतीय महिला हॉकी टीम की टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने की है क्षमता : लिलिमा मिंज

Posted by - September 11, 2020 0
बेंगलुरु। भारतीय महिला हॉकी टीम की मिडफील्डर लिलिमा मिंज ने कहा कि अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में पदक…
आज़म खान

आजम खान पत्नी और बेटे के साथ दो मार्च तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए

Posted by - February 26, 2020 0
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां के साथ पत्नी राज्यसभा सांसद तजीन फातिमा और पूर्व विधायक बेटा अब्दुल्ला को…
चिन्मयानंद मामले

चिन्मयानंद मामले में दुष्कर्म पीड़ित छात्रा को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दी जमानत

Posted by - December 4, 2019 0
प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बुधवार को स्वामी चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने की आरोपित रेप पीड़ित विधि छात्रा को जमानत…