यूपी में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तैयारियों में जुटी एनडीए की सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी ने डकैत से राजनेता बनी फूलन देवी की मूर्ति बनाने का ऐलान किया है.वीआईपी पार्टी की तरफ से 18 जिलों में मूर्ति बनवाने के ऐलान के बाद वाराणसी में इसका विरोध शुरु हो गया, बताया जा रहा विरोध करने वाले भी भाजपा के ही हैं। राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो वीआईपी इस कदम के जरिए वोटरों को लुभानेे की कोशिश में है हालांकि भाजपा के किसी नेता की इसपर टिप्पणी नहीं आई है।
गौरतलब है कि फूलन देवी के साथ ठाकुर वर्ग के लोगों ने रेप किया था, जिसके बाद फूलन देवी डकैत बनी और 22 ठाकुरों को मौत के घाट उतार दिया। फूलन इसके बाद राजनीति में आ गई, उन्हें समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया और वह सांसद बन गई, इसीदौरान उनकी हत्या कर दी गई। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट बिहार में भी तेज हो गई है। बिहार में सक्रिय राजनीतिक दलों में भाजपा के साथ ही जदयू और वीआइपी के नेता इस मसले पर ज्यादा सक्रिय हैं।
अब बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) 25 जुलाई को बिहार एवं उत्तरप्रदेश में फूलन देवी शहादत दिवस मनाने का एलान किया है। कार्यक्रम के दौरान पार्टी उत्तर प्रदेश के 18 प्रमंडलों में फूलन देवी की 18 फीट ऊंची प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। यह जानकारी वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पशुपालन विभाग के मंत्री मुकेश सहनी ने दी। यह पूरी कवायद यूपी चुनाव को देखते हुए की जा रही है। मुकेश सहनी हाल में ही यूपी का दौरा कर लौटे हैं और वहां निषाद (मल्लाह) समुदाय के वोटों पर उनकी नजर है।
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सहनी ने कहा कि 20 वर्ष पूर्व वीरांगना फूलन देवी की हत्या कर दी गई थी। फूलन देवी जी का जन्म 10 अगस्त 1963 को उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव शेखपुरा पुर्वा में एक मल्लाह के घर में हुआ था। गांव के कुछ विशेष वर्ग ने उन्हें प्रताडि़त किया, किंतु उन्होंने कभी घुटने नहीं टेके। संघर्ष करके संसद तक का सफर तय किया। उन्होंने पूरे उत्तर भारत में निषाद समाज में अलख जगाने का काम किया। आज फूलन देवी जीवित होती तो उनकी और निषाद समाज की देश के राजनीति में एक अलग जगह होती।