नई दिल्ली। कोयले की कमी के चलते राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में अभूतपूर्व बिजली संकट दस्तक दे रहा है। दिल्ली में तो उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिल्ली में बिजली की आपूर्ति करने वाली टाटा पावर ने उपभोक्ताओं को मैसेज भेजा है। मैसेज में कहा गया है कि दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक कटौती की स्थिति में संयम बरतने को कहा है।
बता दें कि दिल्ली के उत्तरी हिस्से में टाटा पावर ही बिजली सप्लाई करता है। जानकारी के अनुसार बिजली संकट की वजह कोयले की कमी को माना जा रहा है। देश में कोयले से 135 पावर प्लांट चलते हैं। इन प्लांटों में अभी दो से चार दिन का स्टॉक ही बचा है। देश में 70 फीसदी बिजली का उत्पादन कोयले से होता है।
केजरीवाल ने पीएम मोदी से मांगी मदद
Delhi could face a power crisis. I am personally keeping a close watch over the situation. We are trying our best to avoid it. In the meanwhile, I wrote a letter to Hon’ble PM seeking his personal intervention. pic.twitter.com/v6Xm5aCUbm
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 9, 2021
दिल्ली में कोयले की कमी के कारण बिजली संकट की आशंका को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केंद्र से राजधानी में बिजली आपूर्ति करने वाले संयत्रों को कोयला और गैस उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। सीएम केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी को बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों को पर्याप्त कोयला और गैस देने के लिए केद्र से हस्तक्षेप करने को कहा है।
आशंका जताई जा रही है कोयले की कमी की वजह से दिल्ली में ब्लैकआउट भी हो सकता है। टाटा पावर दिल्ली के सिर्फ उत्तरी हिस्से में ही बिजली सप्लाई करता है। तीन दिन पहले उर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा था कि स्थिति अक्टूबर के तीसरे हफ्ते तक सामान्य हो जाएगी। स्थिति सामान्य होने की प्रक्रिया पहले हफ्ते से शुरू हो जाएगा। उन्होंने स्थिति खराब होने का कारण बताया था कि एक कोरोना में जो अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है उसका असर पावर प्लांट पर भी पड़ा है। दूसरा झारखंड और छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों बारिश हुई है, जिसकी वजह से कोयले का उत्पादन कम हुआ है। देश में सितंबर महीने तक 81 लाख टन भंडारण था। इसी के साथ दुनिया में भी कोयले की कीमत बढ़ी है।