भारत के मुख्य आर्थिक सलहकर केवी सुबरमण्यम के फिक्की के समारोह में दिए गए बयान पर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने टिप्पणि की है। सीईए ने अपने बयान में कहा था कि भारत की अर्थव्यवस्था पर आगे कोरोना की तीसरी लहर का उतना गहरा असर नहीं होगा। वी सुब्रमण्यम ने बुधवार को कहा था कि भारत अगले वित्त वर्ष 2022-23 में 6.5 से 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगा। वृद्धि 8 प्रतिशत पहुंच जाएगी।
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इसी को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने निशाना साधते हुए पूछा कि अगर उनकी बात सही साबित नहीं हुई, तो क्या वे इस्तीफा देंगे? स्वामी के इस सवाल पर एक यूजर ने लिखा- आप कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस की तरह नकारात्मक ही रहना। दरअसल इसके पीछे कई कारण हैं, पहला कारण तो यह कि जब कोई आपदा आती है तो दुनिया में उससे बचाव की चीजों की मांग बढ़ जाती है, इसकी वजह से अर्थव्यवस्था पर उतना असर नहीं पड़ता। जैसै की भारत फिलहाल अपने यहां दवाइयों से लेकर मेडिकल इक्विपमेंट्स का खूब प्रोडक्शन कर रहा है और दुनिया भर में एक्सपोर्ट कर रहा है। अप्रैल 2019 से अप्रैल 2021 में वृद्धि दिखाने वाले एक्सपोर्ट के प्रमुख वस्तु समूह लौह अयस्क, अनाज, इलेक्ट्रॉनिक सामान, ड्रग्स और फार्मास्यूटिकल्स थे।
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मई 2021 में जो सरकारी आंकड़े सामने आए थे उनके अनुसार, भारत का निर्यात मई में 67.39 फीसदी बढ़कर 32.21 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया था। वाणिज्य मंत्रालय के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान इंजीनियरिंग, दवा, पेट्रोलियम उत्पादों और रसायनों के निर्यात में खासतौर से तेजी देखी गई. पिछले साल मई में निर्यात 19.24 अरब अमेरिकी डॉलर और मई 2019 में यह 29.85 अरब अमेरिकी डॉलर था।