दरअसल बाबा रामदेव ने शुक्रवार को ब्रह्मचर्य वाला विज्ञापन जारी करते हुए लिखा कि जो युवक युवतियां आजीवन ब्रह्मचारी रहकर अपना पूरा जीवन देश, धर्म व संस्कृति एवं मानवता की सेवा तथा भगवान के लिए अर्पित करना चाहते हैं। वे संपर्क करें।
साथ ही उन्होंने इस ट्वीट में संपर्क करने के लिए लड़के और लड़कियों के अलग अलग नंबर भी जारी किए। अब सोशल मीडिया यूजर्स ट्वीट कर रामदेव पर निशाना साध रहे हैं।
एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा- पापा मम्मी नहीं मानेंगे, एक अन्य ने लिखा- बाबा एक शब्द महंगाई और बेरोजगारी पर भी।
हाल ही में आईएमए पर निराधार आरोप लगाने वाले रामदेव बाबा को आखिर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को कहना पड़ा कि बाबा बिना देर किए आईएमए से माफी मांगे।
आखिर में लोगों के बढ़ते रोष के कारण बाबा ने मौन व्रत धारण कर लिया। आईएएमएस और संबंधित कर्मचारियों ने पूरे देश से की एफआईआर दर्ज हुई।
आईएमए के राज्य सचिव डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि बाबा रामदेव की तरफ से बिना तथ्य और लॉजिक के लगातार जारी किए जा रहे बयान से डॉक्टर समुदाय अपमानित महसूस कर रहे हैं।
उनके मरीज उन्हें संदेह की निगाह से देख रहे हैं। वह भी ऐसे समय में जब विश्वभर में कोविड आपदा के दौरान डॉक्टर अपनी जान गंवा कर लोगों की सेवा में दिन-रात लगे हुए हैं। उनके पास एलोपैथी पद्धति की छवि को खराब करने का कोई अधिकार नहीं है।
हालांकि बाबा राम देव और विवादों का रिश्ता काफी पुराना है, कोरोना महामारी के समय में भी उन्होंने जल्दीबाजी में कोरोनिल को कोरोना की दवाई बता कर बेचने के संबंध में भी विवाद ने काफी तूल पकड़ लिया था।

