किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच कृषी मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने फिर बातचीत के जरिए समाधान निकालने पर जो दिया है। दूसरी तरफ विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने किसानों को मवाली बताते हुए कहा कि किसान सिर्फ बिचौलियों की मदद कर रहे हैं। पेगासस विवाद पर भी मीनाक्षी लेखी ने कहा कि इस विवाद के जरिए फेक नरेटिव बनाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि ये स्टोरी एकदम फेक है, येलो पेज पर एक लिस्ट बना ली गई है और उसके जरिए संसद को बाधित किया जा रहा है। बता दें कि आज से आंदोलनकारी किसान कृषि कानून के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं जहां एक संसद का आयोजन भी किया गया है।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के बयान के उल्ट किसानों के प्रदर्शन के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज कहा कि देश गवाह है कि ये कृषि कानून बेहद जरूरी और किसानों के हित में हैं। हमने इन कानूनों पर विस्तृत चर्चाएं की हैं। अगर किसान इन कानूनों को लेकर अपनी समस्या बिंदुवार रखते हैं तो हम बातचीत के लिए तैयार हैं।
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वहीं राज्यसभा में गुरुवार को संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के बयान देने के दौरान विपक्षी नेताओं द्वारा पन्ने फाड़ने के मामले पर मीनाक्षी लेखी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस व कांग्रेस के सदस्यों की हरकत शर्मनाक है। वे इतने नीचे गिर जाएंगे कि वे देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाले काम करेंगे। पेगासस जासूसी मामला फेक न्यूज है। इससे देश की छवि खराब हुई है। आज सदन में सदस्यों ने जवाब देते वक्त मंत्री के हाथ से पन्ने छीन लिए, यह घटिया हरकत है।