इसके अलावा डीएमके नेता ने यह भी आरोप था लगाया कि प्रधानमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं जैसे वेंकैया नायडू को दरकिनार कर दिया है। उदयनिधि (Udhayanidhi Stalin) ने कहा था कि ‘आपने उन सभी को दरकिनार कर दिया लेकिन मैं और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी आपसे डरने या आपके सामने झुकने वाले नहीं हैं। मैं कलइगनर का पोता उदयनिधि स्टालिन हूं।’
भाजपा ने की शिकायत
वहीं, भाजपा ने इस बयानबाजी पर पलटवार करते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की है। भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्रियों पर दिए बयानों का हवाला देते हुए तमिलनाडु चुनाव में उदयनिधि स्टालिन की उम्मीदवारी को अयोग्य घोषित करने की मांग की है। साथ ही उन्हें डीएमके स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने और चुनाव प्रचार से रोकने की भी मांग की है।
बांसुरी स्वराज का पलटवार
उधर, प्रधानमंत्री पर स्टालिन के गंभीर आरोपों का जवाब देते हुए सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने हमला किया। बांसुरी ने कहा कि ‘उदयनिधि को अपने चुनाव प्रचार के लिए उनकी मां की स्मृति का उपयोग नहीं करना चाहिए।’ बांसुरी ने लिखा है कि ‘उदयनिधि जी, कृपया मेरी मां की स्मृति का उपयोग अपने चुनाव प्रचार के लिए न करें! आपके कथन सही नहीं हैं!’
बांसुरी ने ट्विट किया कि ‘पीएम नरेंद्र मोदी जी ने मेरी मां को अत्यंत सम्मान दिया है। हमारे सबसे बुरे समय में पीएम और बीजेपी हमारे साथ है। आपके बयान से हमें दुख पहुंचा है। उन्होंने एमके स्टालिन और भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए यह लिखा है।
सोनाली जेटली ने भी दिया जवाब
इसी तरह अरुण जेटली की बेटी सोनाली जेटली बख्शी ने भी अपने पिता के बारे में टिप्पणी के लिए डीएमके के युवा नेता पर निशाना साधने के लिए ट्विट किया है। सोनाली ने लिखा ‘@Udhaystalin जी, मुझे पता है कि चुनावी दबाव है. लेकिन जब आप झूठ बोलते हैं और मेरे पिता की याद का अनादर करते हैं, तो मैं चुप नहीं रहूंगी। पिताजी @arunjaitley और श्री @narendramodi जी में विशेष लगाव था जो राजनीति से परे था।’