इजरायली स्पाईवेयर पेगासस की मदद से भारत में मंत्रियों, विपक्षी नेताओं एवं पत्रकारों के फोन हैक करने की बड़ी खबर सामने आने से देश में हड़कंप मच गया है। विपक्ष के नेता सरकार पर हमलावर हैं, दलित कांग्रेस प्रमुख नितिन राऊत ने तंज सकते हुए लिखा जासूसी चीनी सैनिकों की करनी थी पर वह भारतीयों की कर रहे हैं। एक अन्य ट्वीट के जरिए पीएम मोदी पर तंज कसते हुए लिखा – वो मन की बात करते ही नहीं बल्कि दूसरो के मन की बात सुनने के भी शौकीन निकले।
वहीं रणदीप सुरजेवाला ने लिखा- देश पूछता है, रोजाना 18 घंटे काम करते समय दूसरे के फोन की जासूसी में कितना समय बिताते हो। सुरजेवाला ने एक अन्य ट्वीट में आरएसएस की लीडरशिप के फोन टैपिंग को लेकर लिखा- वो तो अपने थे उन्हें भी नहीं बख्शा।
साहेब,
देश पूछता है। रोज़ाना 18 घंटे काम करते समय दूसरों के फ़ोन की जासूसी में कितना समय बिताते हो ?#Pegasus
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 19, 2021
टैपिंगजीवी जी,
राजनीतिक विरोधियों के साथ-साथ अब पत्रकार, जज, उद्योगपति, खुद के वरिष्ठतम मंत्री और यहाँ तक की आरएसएस की लीडरशिप को भी नहीं बख्शा, आपने तो।
ठीक ही कहा-
अबकी बार, जासूस सरकार !#Pegasus
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 19, 2021
सरकार की ओर से इस रिपोर्ट के दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा गया है कि किसी के भी फोन को अनाधिकृत तरीके से लोगों के फोन को टैप नहीं किया गया है, यह मीडिया रिपोर्ट ना सिर्फ निराधार है बल्कि पूर्व निर्धारित स्वघोषित परिणा के तौर पर तैयार की गई है। सरकार की ओर से कहा गया है कि इस रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों का कोई आधार नहीं है और यह तथ्य से दूर है।
हैकिंग एक अपराध है, फिर चाहे यह किसी व्यक्ति ने की हो या फिर सरकार ने- असदुद्दीन ओवैसी
भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जोकि लोगों के निजता के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, यह देश के नागरिकों का मौलिक अधिकार है। अपने इस कर्तव्य का पालन करने के लिए सरकार पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल 2019 लेकर आई, आईटी रूल्स 20121 लेकर आई, जिससे कि सोशल मीडिया पर लोगों के व्यक्तिगत डेटा और व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखा जा सके।