मुंबई। महाराष्ट्र में 24 अक्तूबर को चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा और शिवसेना अपनी-अपनी मांगों को लेकर अड़े हैं। दोनों ही पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर बयानों के तीर छोड़ रहे हैं। सी बीच शिवसेना ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता से मुलाकात की।
ये भी पढ़ें :-67 साल की महिला ने बच्चे को जन्म दिया, लोगो में बना चर्चा का विषय
आपको बता दें शिवसेना ने भाजपा पर फिर हमला बोलते हुए पूछा है कि क्या राष्ट्रपति आपकी जेब में हैं? शरद पवार से मुलाकात को लेकर राउत ने कहा कि भाजपा शिवसेना को छोड़कर सब एक-दूसरे से बात कर रहे हैं। वहीं भाजपा नेता ने जल्द सरकार गठन न होने की सूरत में राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात कही।
ये भी पढ़ें :-कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट के खत्म हो जाने पर फेंके नहीं, अपनाएँ ये घरेलू टिप्स
जानकारी के मुताबिक जिसपर शनिवार को राज्यसभा सांसद संजय राउस ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ‘सत्ताधारी पार्टी के एक नेता कह रहे हैं कि यदि सरकार गठन में देरी होगी तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है। क्या यह चुने हुए विधायकों के लिए धमकी है?’ संजय राउत ने पत्रकारों से कहा, ‘सेना ने गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ा था और हम आखिरी समय तक गठबंधन धर्म का पालन करेंगे।’ उन्होंने कांग्रेस नेता हुसैन गलवाई के उस कदम का स्वागत किया जिसमें अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से सरकार बनाने के लिए उद्धव ठाकरे की पार्टी का समर्थन करने के लिए कहा गया है।