हिमाचल में लैंडस्लाइड होने से मलबे में दबी बस-कार, 40 से अधिक लोगों के फंसने की आशंका

556 0

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसेरी नेशनल हाईवे-5 पर चील जंगल के पास चट्टानें गिरने की घटना सामने आई है। हादसे में एचआरटीसी बस की चपेट में आने की सूचना है, सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर रवाना हो गई है। बस के अलावा दो कार भी मलबे में दब गई हैं, जो बस फंसी हुई है वह हिमाचल रोडवेज़ की है. जिसमें 40 से अधिक यात्री हैं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, पुलिस और स्थानीय अधिकारियों को बचाव कार्य के लिए कहा गया है। बता दें कि पिछले कुछ वक्त से पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण लैंडस्लाइड की घटनाएं हो रही हैं।

बस के अलावा कुछ और गाड़ियां भी दबी हैं।  मलबे को हटाने के लिए काम तेजी से किया जा रहा है लेकिन अभी भी चट्टानों से पत्थर और मिट्टी गिर रही है, जिसकी वजह से बचाव कार्य में रुकावट आ रही है। एनडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा गया है। इसके अलावा स्थानीय प्रशासन भी बचाव के काम में जुटा है।

बिहार चुनाव में छुपाए उम्मीदवारों के आपराधिक रिकॉर्ड, SC ने भाजपा-कांग्रेस सहित 9 दलों पर ठोका जुर्माना

डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि मलबे के नीच 40 यात्रियों से भरी एक हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की बस के साथ ही कई अन्य वाहन भी दबे हुए हैं। यह किन्नौर के रेकोंगे पेओ से शिमला की ओर जा रही थी।

Related Post

लोकसभा में बीजेपी सांसद ने किया जातीय जनगणना का समर्थन, बयान सुन कई भाजपा नेता दिखे हैरान

Posted by - August 11, 2021 0
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लंबे वक्त से जातीय गणना कराने पर जोर डाल रहे हैं, अब भाजपा सांसद ने…
टॉपर कर्णिका मिश्रा

एमपी शिक्षा बोर्ड 10 वीं का रिजल्ट : कर्णिका मिश्रा मां से प्रेरणा लेकर बनी टॉपर

Posted by - July 4, 2020 0
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10 वीं के शनिवार को घोषित नतीजों में छात्र-छात्रों ने कमाल किया…
पुलिस को नहीं मिल पा रहा धनंजय का कोई सुराग

पुलिस को नहीं मिल पा रहा धनंजय का कोई सुराग

Posted by - April 5, 2021 0
पूर्व प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपित पूर्व सांसद धनंजय सिंह की तलाश में लखनऊ पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है। छापेमारी करने जा रही पुलिस टीम बैरंग वापस लौट रही हैं। शनिवार को जौनपुर में उसके कालीकुत्ती स्थित आवास व अन्य स्थानों पर छापेमारी की गयी  थी लेकिन उसके न मिलने पर पुलिस टीम को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा था। इसके अलावा पुलिस टीमों ने राजधानी में धनंजय के करीबी लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका है। मालूम हो कि सूबे की राजधानी लखनऊ में गत छह जनवरी को मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुठभेड़ में मारे जा चुके अजीत सिंह हत्याकांड के शूटरों में एक कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी उर्फ डाक्टर के बयान के आधार पर लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह को साजिशकर्ता के तौर पर आरोपित किया था। पुलिस को चकमा देकर धनंजय सिंह ने पिछले महीने पुराने केस में एमपीएमएलए कोर्ट प्रयागराज में आत्मसमर्पण कर दिया था। नैनी सेंट्रल जेल से उसे फतेहगढ़ सेंट्रल जेल स्थानांतरित कर दिया गया था। महाराष्ट्र में कोरोना से हालात बेकाबू, सरकार का नाइट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन का ऐलान जब तक लखनऊ पुलिस उसे अजीत हत्याकाण्ड में वारन्ट लेती तब तक गत 31 मार्च को एमपीएमएलए कोर्ट से जमानत मंजूर हो जाने पर वह गुपचुप तरीके से जेल से रिहा हो गया था। इसे लेकर लखनऊ पुलिस की खूब किरकिरी हुई। इसके बाद से लखनऊ पुलिस अजीत हत्याकाण्ड में उसे आरोपी मानकर लगातार  छापेमारी कर रही है लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है। इसी कड़ी में धनंजय सिंह की तलाश में शनिवार को जौनपुर गयी लखनऊ पुलिस की टीम ने स्थानीय पुलिस को साथ लेकर उसके कालीकुत्ती स्थित आवास पर दबिश दी थी। वह घर पर नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश में जमैथा निवासी करीबी आशुतोष सिंह के दीवानी कचहरी रोड स्थित आवास पर भी छापेमारी की थी। पूर्व सांसद के गृह गांव सिकरारा थाना क्षेत्र के बनसफा गांव में भी दबिश दी गयी। मालूम हो कि शनिवार को धनजंय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी ने जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था।