Do not ignore persistent stomach pain

लगातार पेट के दर्द में न करें अनदेखी, हो सकते है इस बीमारी के शिकार

1490 0

पेट में पाचन तंत्र सही तरीके के कार्य करेगा तो शरीर स्वस्थ बना रहेगा और शरीर के हर अंग को पोषक तत्व मिलते रहेंगे। यदि पेट से जुड़ी समस्याओं की दो या तीन सप्ताह से अनदेखी की तो बड़ी शारीरिक समस्या को निमंत्रण दे सकते हैं।

एसपी बालासुब्रमण्यमकी हालत  में हुआ सुधार, गाना गुनगुनाते वीडियो हो रहा वायरल   

पेट से जुड़े कैंसर को लेकर वैसे भी लोगो में जागरुकता की कमी है। यही कारण है कि खानपान  में लापरवाही, अनियमित दिनचर्चा और नियमित पेट से संबंधित व्यायाम नहीं करने के कारण पेट दर्द बढ़ जाता है। कई बार ये पेट दर्द भयानक कैंसर  रोग का कारण भी हो सकता है।

पेट दर्द की अनदेखी (Do not ignore persistent stomach pain) करने के कारण ही कई बार 60 फीसदी मरीजों को चौथी स्टेज में जाकर पेट के कैंसर के बारे में पता चलता है। ऐसे मरीज बहुत कम होते हैं जो पहली या दूसरी स्टेज में सामने आ पाते हैं। सिर्फ 15 फीसदी मरीज ही ऐसे होते हैं जो शुरुआती अवस्था में ही इलाज शुरू करवा पाते हैं।

 पेट के कैंसर को गैस्ट्रिक कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। यह कुछ असाधारण और घातक कैंसर युक्त कोशिकाएं होती हैं जो पेट के एक हिस्से में ढेर के रूप में जमा हो जाती हैं।

पीएम मोदी के 70 वें जन्मदिन पर जाने, इस मौके को कैसे मनाया जाएगा यादगार  

इसके अलावा, कोलन और रेक्टम, आंतों, लिवर, इसोफेगस, अग्नाशय या पित्त की थैली आदि में जब अवांछित गठान विकसित होने लगती है तो उसे पेट का कैंसर माना जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक कैंसर से होने वाली तमाम मौतों में 6 मौतें पेट के कैंसर से जुड़ी हुई होती हैं।

पेट का कैंसर क्यों होता है, इसका एक विशेष कारण तो नहीं है, लेकिन खानपान में लापरवाही(Do not ignore persistent stomach pain)इसका मुख्य कारण है, विशेषकर आजकल खानपान में ऐसी सामग्री ज्यादा शामिल हो रही है जो कीटनाशक और खाद से पैदा की जा रही हैं। ज्यादा उत्पादन के लिए खेतों में रासायनिक दवाओं का अंधाधुंध इस्तेमाल हो रहा है और ऐसा ही उत्पादित अनाज, फल या सब्जियों का सेवन हम करते हैं तो गंभीर बीमारियों को न्यौता दे देते हैं।

ज्यादा शराब का सेवन भी घातक

तंबाकू या शराब की आदत भी पेट का कैंसर होने के मुख्य कारण हैं। आनुवांशिक कारणों के अलावा जो लोग फाइबर डाइट कम लेते हैं, उनमें भी इस तरह की समस्या देखने को मिलती है।

सुशांत की मौत के मामले में बहन श्वेता ने की रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी की मांग

पेट दर्द हो तो तत्काल लें डॉक्टर की सलाह

आंतों के कार्य में जब रुकावट आने लगती है तो कब्ज, दस्त, मुंह में छाले आना, दिन में पेट फूलना, अकारण वजन घटना या बढ़ना, थकान लगना, एसिडिटी, दस्त में खून निकलना या काला दस्त होने जैसी कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं। ऐसे कोई भी लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर को तत्काल दिखाना चाहिए।

पेट के कैंसर की जांच और इलाज

कैंसर के चरण के आधार पर इलाज का फैसला किया जाता है। शुरुआती स्टेज की जानकारी मिलने पर इसका इलाज करना आसान होता है। इसके लिए मरीज को जीआई एंडोस्कोपी, बायोप्सी, एंडो-अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, पीईटी, एमआरआई, स्कैन आदि टेस्ट कराने होते हैं, जिससे पेट की समस्या का मूल कारण समझने में आसानी होती है। इसके बाद इसका इलाज सर्जरी, कीमोथैरेपी, इम्युनोथैरेपी या टार्गेटेड थैरेपी द्वारा किया जाता है।

Related Post

मेथी का पराठा

‘मेथी का पराठा’ पुरुषों की शारीरिक क्षमता सहित अन्य गुणों का होता है भंडार

Posted by - December 14, 2019 0
नई दिल्ली। सर्दियों के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों के ढेर सारे विकल्प मौजूद होते हैं। वैसे तो बच्चों को…
WHO

‘आयुष्मान भारत’ योजना कोविड-19 से निपटने में महत्त्वपूर्ण हथियार : डब्ल्यूएचओ

Posted by - June 6, 2020 0
नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ‘आयुष्मान भारत’ योजना की तारीफ की है। कहा कि इसके क्रियान्वयन में तेजी…
CM Kejariwal

अरविंद केजरीवाल की पत्नी कोरोना पॉजिटिव, सीएम हुए आइसोलेट

Posted by - April 20, 2021 0
नई दिल्ली।  मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल कोरोना संक्रमित पाई गई हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने…