बिहार इन दिनों बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित है, बड़ी संख्या में लोगों के घर-खेत डूब गए जिससे वह सरकार द्वारा बनाए गए राहत कैंपों में रहने लगे। हाजीपुर में बने राहत कैंप में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय पहुंचे तो लोग शिकायत बताने लगे, लोगों ने कहा- यहां दस दिन से सिर्फ चावल मिल रहा है। बाढ़ पीड़ितों ने कहा- लगातार चावल खाने से बच्चे बीमार हो रहे हैं, दवा का भी इंतजाम नहीं है, इसलिए रोटी का इंतजाम करवा दीजिए।
नित्यानंद राय ने पहले तो हंसते हुए बात टाली लेकिन दोबारा पूछने पर कहा- रोटी उपलब्ध करवा पाना सरकार के लिए संभव नहीं है। मंत्री जी एनएच किनारे बनाए गए बाढ़ प्रभावित कैंप में पहुंचे तो वहां भी लोगों ने शिकायत बताई, नित्यानंद राय थोड़ी देर रुके और वहां से निकल गए।हाजीपुर के तेरसिया में बने राहत कैंप में सोमवार को अचानक पहुंचे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को लोगों ने घेर लिया और व्यवस्था को लेकर शिकायत करने लगे। लोगों की शिकायत थी कि सरकार से कह कर छोटे बच्चों के लिए रोटी का इंतजाम करा दिया जाए, लेकिन मंत्री ने कह दिया कि रोटी का इंतजाम करना सरकार के बस की बात नहीं। लोग ने मंत्री को शिकायत सुनाना शुरू किया तो उनके सुरक्षाकर्मी वीडियो बनाने से रोकते दिखे।
बताया जाता है कि बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए बने कैंप में खाने का इंतजाम तो है लेकिन यहां सुबह-शाम चावल ही दिया जा रहा है। कैंप में रह रहे लोगों का कहना है कि सिर्फ चावल दिए जाने से छोटे-छोटे बच्चे बीमार हो रहे हैं। बीमार बच्चों के कारण बाढ़ से प्रभावित लोगों की मुश्किल बढ़ रही है। इसलिए नित्यानंद राय के पहुंचने के बाद लोग रोटी का इंतजाम करने की मांग कर रहे थे।
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नित्यानंद राय पटना से समस्तीपुर के लिए जा रहे थे। एनएच किनारे बाढ़ प्रभावित लोगों को देखकर रुके तो लोगों ने अपनी समस्या बताई जिसे मंत्री ने अनदेखा कर दिया। एक पीड़ित महिला मरनी देवी ने कहा कि कैंप में 10 दिन से सिर्फ चावल मिल रहा है। बच्चों की तबीयत खराब हो रही है। दवाई भी नहीं मिल रही है।