Diesel Petrol Rate

इसी माह पेट्रोल की कीमतें जा सकती हैं 100 रुपए प्रति लीटर

1179 0

नई दिल्ली। दुनिया में कच्चे तेल का सबसे बड़ा निर्यातक सउदी अरब के उत्पादन में बड़ी कटौती करने के लिए राजी हो गया है। इससे वैश्विक बाजार में तेल के दाम में जोरदार तेजी आई है।

बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव 54 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया गया है। डल्यूटीआई भी 50 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बना हुआ है। कच्चे तेल की कीमतें 10 महीने से ज्यादा समय के उंचे स्तर पर चली गई हैं। बाजार के जानकारों का मानना है कि महंगे होते कच्चे तेल और इन कारणों से इस महीने पेट्रोल की कीमतें (Petrol prices)  100 रुपए प्रति लीटर तक जा सकती हैं।

बता दें कि क्रूड की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में 10 से 15 डॉलर प्रति बैरल का और इजाफा हो सकता है। अगर क्रूड की कीमतों में और इजाफा होता है तो डीजल 90 रुपए और पेट्रोल 100 रुपए तक जा सकता है।

जानें क्या कहते हैं जानकार?

केडिया कैपिटल के एमडी अजय केडिया ने बताया कि पिछले डेढ सालों से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बैलेंस कर रखा है। चूंकि अब क्रूड ऑयल 10 महीने के उच्चतम स्तर पर जा पहुंचा है। ऐसे में कंपनियों पर मार्जिन का दवाब बढ़ेगा लिहाजा कंपनियां कीमतें बढ़ाने का फैसला कर सकती है। इसके साथ ही लॉकडाउन के दौरान गतिविधियां ठप पड़ने से भी कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ा है। अब चूकि चीजें सामान्य हो रही हैं। ऐसे में अब कंपनियां ग्राहकों पर बोझ बढ़ा सकती है।

मध्य प्रदेश की बेटी सानिका पटेल सोशल मीडिया स्टार बनी

एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट, एनर्जी व करेंसी, अनुज गुप्ता ने कहा कि तेल के उत्पादन में अतिरिक्त कटौती से कीमतों को आगे भी सपोर्ट मिलेगा और डब्ल्यूटीआई का भाव आगे 54 से 56 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है।

घरेलू बाजार में भी बढ़त

घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर हालांकि कच्चे तेल के जनवरी अनुबंध में महज चार रुपए की बढ़त के साथ 3668 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। जबकि कारोबार के दौरान भाव 3676 रुपये प्रति बैरल तक चढ़ा। बीते सत्र में एमसीएक्स पर कच्चे तेल में पांच फीसदी से ज्यादा की तेजी रही।

जानें क्यूं बढ़ रही कीमतें?

बाजार के जानकार बताते हैं कि दुनिया में तेल का सबसे बड़ा निर्यातक सउदी अरब के तेल के उत्पादन में कटौती के लिए मान जाने के कारण कीमतों में तेजी देखी जा रही है। तेल निर्यातक देशों का समूह ओपेक व अन्य प्रमुख उत्पादों की बैठक के बाद सउदी अरब ने फरवरी और मार्च में 10 लाख बैरल रोजाना अतिरिक्त उत्पादन कटौती करने पर सहमति जताई है।

Related Post

सुधा कृष्णमूर्ति

सादगी और आत्मविश्वास की जीती-जागती मिसाल जानें कैसे बनीं सुधा कृष्णमूर्ति?

Posted by - December 27, 2019 0
नई दिल्ली। ‘सादा जीवन उच्च विचार’ वाले सिद्धांत को अपनी रियल लाइफ का अभिन्न अंग सुधा मूर्ति ने बनाया है।…
cm dhami

हमारे पूर्वजों ने हमें विरासत में शुद्ध पर्यावरण दिया है: सीएम धामी

Posted by - July 29, 2022 0
देहारादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने कहा कि प्रकृति को बचाने और पर्यावरण और जल संरक्षण की दिशा में…

ओटीटी प्लेटफार्म पर फिल्में घर पर कंफर्टेबल और सुरक्षित रहकर देख सकते हैं- वैलेंटिना क्रेडो

Posted by - June 22, 2020 0
ओटीटी प्लेटफार्म पर फिल्में घर पर कंफर्टेबल और सुरक्षित रहकर देख सकते हैं- वैलेंटिना क्रेडो जैसे कि आजकल अधिकतर फिल्में…