लखनऊ। पहाड़ों पर बदले मौसम ने हवाओं में ठंड के साथ उत्तर भारत में गलन भी बढ़ा दी है। बढ़ती सर्दी के चलते राजधानी लखनऊ के सभी बोर्ड के प्री प्राइमरी से कक्षा 12 तक के समस्त कॉलेज 28 दिसंबर तक बंद रहेंगे। हालांकि, इस अवधि में केवल पूर्व निर्धारित बोर्ड, प्रायोगिक व प्री बोर्ड परीक्षाएं, विद्यालयों की ओर से कराई जा सकती हैं। यह निर्देश लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने जारी कर दिए हैं। उक्त का अनुपालन समस्त विद्यालयों द्वारा कड़ाई से किया जाए।
बता दें कि इससे पहले 19 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में हुए उग्र प्रदर्शन के बाद सुरक्षा की दृष्टि से 21 दिसंबर तक प्री-प्राइमरी से लेकर आठवीं तक के विद्यालय बंद हुए। उसके बाद बढ़ती गलन व ठंड के कारण उत्तर प्रदेश में सभी शिक्षण संस्थानों को 24 दिसंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया गया। 25 दिसंबर को क्रिसमस का अवकाश रहा। इस कारण शिक्षण संस्थान 26 दिसंबर को कुछ स्कूल खुले, लेकिन ठंड के प्रकोप को देखते हुए अब 28 तक प्री प्राइमरी से क्लास 12 तक के समस्त विद्यालय बंद कर दिया गया है।
गुरुवार सुबह इस जाड़े की अब तक की सबसे सर्द सुबह रही है। दिन की शुरुआत घने कोहरे से हुई। सूर्य ग्रहण भी था, लेकिन बादलों की वजह से ग्रहण नहीं दिखाई दिया। सुबह छह डिग्री तापमान रहा। प्रदेश में ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सुबह घना कोहरा लोगों को घर के अंदर ही रहने को मजबूर कर रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। समस्या उन लोगों के सामने आएगी, जो साल के अंतिम दिन जश्न मनाने की योजना बना रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो 30 और 31 दिसंबर को हाल और अधिक बिगड़ सकते हैं।
इस वर्ष कहीं अधिक सर्द रहा। अधिकतम तापमान जहां पिछले वर्ष 25 दिसंबर को अधिकतम तापमान 22.7 डिग्री था, वहीं बुधवार को इस दिन अधिकतम तापमान 17.4 डिग्री रहा।