बाबू सिंह कुशवाहा

दलितों की आवाज दबा रही है योगी सरकार : बाबू सिंह कुशवाहा

890 0

लखनऊ। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने पडरौना, कुशीनगर में होने वाली रैली को लेकर योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। बाबू सिंह ने कहा कि भागीदारी संकल्प मोर्चा की रैली कराये जाने के लिए घटक दलों के नेताओं ने जनवरी के प्रथम सप्ताह में बैठक करके 6 फरवरी को रैली कराने का निर्णय लिया था।

प्रार्थना पत्र को निरस्त किये जाने के कोई लिखित सूचना जन अधिकार पार्टी के जिलाध्यक्ष को नही दी गयी

इसके बाद पार्टी के मण्डल प्रभारी चन्द्रबिन्दु मौर्य ने प्राचार्य उदय नारायण पी0जी0 कालेज पडरौना से कार्यक्रम स्थल की अनुमति भी ले ली थी। इसके बाद उक्त अनुमति पत्र के साथ एक प्रार्थना पत्र सात जनवरी को कार्यक्रम कराये जाने की अनुमति हेतु उपजिलाधिकारी पडरौना को दिया गया था। बाबू सिंह ने कहा कि अभी भी उनके द्वारा अनुमति संबन्धी प्रार्थना पत्र को निरस्त किये जाने के कोई लिखित सूचना जन अधिकार पार्टी के जिलाध्यक्ष को नही दी गयी है।

योगी बोले- कुछ दिनों में केजरीवाल के साथ ओवैसी भी करेंगे हनुमान चालीसा का पाठ 

 

अल्पसंख्यकों की सरकारी नौकरियो में भागीदारी जहां 1950 में 15 प्रतिशत से भी अधिक थी किन्तु आज घटकर वो 2 प्रतिशत से भी कम

बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि बात तो सभी दल गरीबों की ही करते है। दलितो पिछड़ो के विकास की बात करते है अल्प संख्यको के मशीहा बनते है किन्तु: आजादी के 70 वर्षो के बाद भी दलितों के आरक्षण का कोटा पूरा नही हुआ। दलितो का आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान नही हो पाया। अल्पसंख्यकों की सरकारी नौकरियो में भागीदारी जहां 1950 में 15 प्रतिशत से भी अधिक थी किन्तु आज घटकर वो 2 प्रतिशत से भी कम हो गयी है पिछड़ो के आरक्षण का कोटा 27 प्रतिशत है परन्तु अभी तक मात्र 6 प्रतिशत लोगो को ही आरक्षण का लाभ मिल सका है जब कि उनकी संख्या 52 प्रतिशत से भी अधिक है और अब तो पिछड़े वर्ग का आरक्षण समाप्त ही कर दिया गया है।

सरकार बड़ी चतुराई से वंचितो को नौकरियों में जाने से रोकने के लिए सरकारी विभागों को प्राईवेट हाँथों में बेंच रही है

पूर्व मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार एचएल और ओएनजीसी जैसी सार्वजनिक कम्पनियों को बेंचने की मंशा से घाटे में लाया जा रहा हैं। एलआईसी में सरकार अपनी हिस्सेदारी बेंच रही है। देश को आर्थिक रूप से तबाह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की कमी है। पढ़ाई हो नही रही है। बच्चों का ध्यान दिन भर खिचड़ी में रहता है। सिर्फ खिचड़ी पकाने- खिलाने तक ही सरकारी स्कूलों का काम रह गया है। प्राथमिक स्कूल ही शिक्षा की नींव है और साजिश के तहत इसे बर्बाद किया जा रहा है। वंचित समाज को धर्म का नशा दिया जा रहा है।

जल, जंगल, जमीन पर सिर्फ गरीबों का हक होना चाहिए न कि अमीरों का

जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि जल, जंगल, जमीन पर सिर्फ गरीबों का हक होना चाहिए न कि अमीरों का। इन्ही सब ज्यादती एवं लूट के खिलाफ लड़ाई तथा अपने हक की प्रप्ति के लिए वंचितों के अधिकार के लिए संघर्ष का आवाहन किया गया है। ”भागीदारी संकल्प मोर्चा” यह चाहती है कि सभी वर्ग को उनकी संख्यानुसार सरकारी नौकरियों में भागीदारी मिले।

Related Post

2022 में भागवत को राष्ट्रपति बनना होगा तभी हिन्दुत्व को सुधारने की पड़ी है – कांग्रेस

Posted by - July 5, 2021 0
महामारी और महंगाई के बीच एकबार फिर से सारी चर्चा हिन्दुत्व और गौरक्षा पर आकर टिक गई, आरएसएस चीफ मोहन…