सम्मान और शिष्टता के साथ व्यवहार करना सिखाती हैं महिलाएं, धर्म में विशेष स्थान

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डेस्क| महिलाओं के विकास के बिना व्यक्ति, परिवार और समाज के विकास की कल्पना भी नही की जा सकती है| महिलाओं के विकास के लिए सरकार ने कुछ योजनाओं जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, उज्ज्वला योजना, सुकन्या समृद्धि योजना और कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय योजना आदि की शुरुआत की है|

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आपको बता दें दुनिया की कुल आबादी का लगभग 50% महिलाएं हैं फिर भी समाज के इस बड़े हिस्से को सशक्तिकरण की आवश्यकता क्यों है? महिलाएं अल्पसंख्यक भी नहीं है कि उन्हें किसी प्रकार की विशेष सहायता की आवश्यकता हो। महिलाएं विभिन्न प्रकार की हिंसा और दुनिया भर में पुरुषों द्वारा किए जा रहे भेदभावपूर्ण व्यवहारों का लक्ष्य हैं। भारत भी अछूता नहीं है।

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जानकारी के मुताबिक हम महिलाओं को देवी मान उनकी पूजा करते हैं; हम अपनी मां, बेटियों, बहनों, पत्नियों और अन्य महिला रिश्तेदारों या दोस्तों को भी बहुत महत्व देते हैं लेकिन साथ ही भारतीय अपने घरों के अंदर और अपने घरों के बाहर महिलाओं से किए बुरे व्यवहार के लिए भी प्रसिद्ध हैं। प्रत्येक धर्म में महिलाओं को विशेष स्थान दिया गया है और हर धर्म हमें महिलाओं के सम्मान और शिष्टता के साथ व्यवहार करना सिखाता है।

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