केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले दिनों राजीव गांधी खेल रत्न का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम से कर दिया, जिसे तमाम लोगों ने बदले की राजनीति माना। इसी बीच महाराष्ट्र की सरकार ने राजीव गांधी के नाम से एक अवॉर्ड लाने की घोषणा की है, गृह राज्यमंत्री सतेज डी पाटिल ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया महाराष्ट्र में आईटी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संगठनों को ये पुुरुस्कार दिया जाएगा, पहला पुरुस्कार 20 अगस्त को दिया जाएगा।
सतेज ने दूसरे ट्वीट में लिखा- यह पुरुस्कार राजीव गांधी को भारत में प्रौद्योगिकी क्षेत्र में उनके अग्रणी कार्य के लिए एक श्रद्धांजलि होगी। महाराष्ट्र सरकार की इस घोषणा के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, हालांकि उनके प्रदर्शन का कोई असर पड़ता नहीं दिखाई देता।
महाराष्ट्र सरकार के आईटी मंत्री सतेज पाटिल ने इस बारे में जानकारी देते हुए ट्वीट किया, ‘महाराष्ट्र के आईटी राज्य मंत्री के तौर पर मैं बेहद गर्व के साथ यह ऐलान करना चाहता हूं कि महाविकास अघाड़ी सरकार ने पूर्व पीएम राजीव गांधी के नाम पर आईटी पुरस्कार देने का फैसला लिया है। हर साल 20 अगस्त को यह पुरस्कार दिया जाएगा।’ बता दें कि बीते सप्ताह ही केंद्र सरकार ने खेल रत्न पुरस्कार से राजीव गांधी का नाम हटा दिया था। अब खेल रत्न पुरस्कार हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी रहे ध्यानचंद के नाम पर दिया जाएगा।
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राज्य सरकार के इस फैसले को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है। बीजेपी नेता माधव भंडारी ने कहा, ‘हमें राजीव गांधी के नाम पर पुरस्कार का ऐलान किए जाने से कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन कांग्रेस जब लगातार 15 सालों तक सत्ता में रही तो फिर राजीव गांधी के नाम पर आईटी अवॉर्ड क्यों नहीं शुरू किया गया। वे राजनीति कर रहे हैं और उनकी पूरी राजनीति गांधी-वाड्रा फैमिली के आसपास ही घूमती है।’