झूठी खबर

सर्वे : 50 फीसदी भारतीयों को फेसबुक व व्हाट्सऐप पर मिल रही है झूठी खबर

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नई दिल्ली । भारत में प्रतिदिन 10 लाख फर्जी खातों को फेसबुक हटा रहा है। फेसबुक के इस दावों के बावजूद एक सर्वे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि बीते 30 दिनों में फेसबुक और व्हाट्सएप पर हर दो भारतीयों में से एक को झूठी खबर प्राप्त हुई है। इन दोनों सोशल मीडिया मंचों को यूजर्स तक गलत जानकारी पहुंचाने के लिए प्रयोग किया जा रहा है।

62 फीसदी आबादी ने माना कि लोकसभा चुनाव 2019 फेक न्यूज के प्रसार से होगा प्रभावित 

ऑनलाइन स्टार्टअप सोशल मीडिया मैटर्स और नई दिल्ली के इंस्टीट्यूट फॉर गवर्नेंस, पॉलिसिज एंड पॉलिटिक्स द्वारा किए गए सर्वे में पाया गया कि 53 फीसदी भारतीयों को विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर आगामी चुनाव से संबंधित गलत सूचनाएं प्राप्त हुईं। सर्वे में पाया गया है कि करीब 62 फीसदी आबादी का मानना है कि लोकसभा चुनाव 2019 फेक न्यूज के प्रसार से प्रभावित होगा। 54 फीसदी सेम्पल जनसंख्या में बातचीत करने वाले वर्ग की आयु 18-25 वर्ष है।

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फेसबुक और व्हाट्सऐप गलत सूचना के प्रसार के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रमुख मंच

सर्वे के मुताबिक फेसबुक और व्हाट्सऐप गलत सूचना के प्रसार के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रमुख मंच हैं। सर्वेक्षण से संकेत मिलता है कि 96 फीसदी सैम्पल जनसंख्या को व्हाट्सएप के माध्यम से नकली समाचार प्राप्त हुए हैं। बता दें कि भारत में 11 अप्रैल से शुरू हो रहे चुनाव में लगभग 9.4 फीसदी पहली बार मतदाताओं की वृद्धि देखी जाएगी, जो नई सरकार के गठन में निर्णायक दर्शक होंगे।

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‘डोन्ट बी ए फूल’ शीर्षक वाले इस सर्वे में 700 यूजरों को शामिल किया

सर्वे में कहा गया कि 50 करोड़ मतदाताओं की इंटरनेट तक पहुंच है, इसलिए झूठे समाचारों का चुनावों पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है। इस सर्वे के मुताबिक 41 फीसदी लोगों ने फेक न्यूज की पहचान करने के लिए गूगल, फेसबुक और ट्विटर की मदद ली। करीब 54 फीसदी लोगों ने यह जताया है कि वे कभी भी फेक न्यूज से प्रभावित नहीं हुए हैं। वहीं दूसरी ओर 43 फीसदी ऐसे लोग हैं जिनके जानकार फेक न्यूज से गुमराह हुए हैं। ‘डोन्ट बी ए फूल’ शीर्षक वाले इस सर्वे में 700 यूजरों को शामिल किया गया, जिसमें 56 फीसदी पुरुष, 43 फीसदी महिलाएं और एक फीसदी ट्रांसजेंडर शामिल हैं।

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