रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ शनिवार को मोर्चा खोलकर देशभर में चर्चा के केंद्र में बीजेपी सरकार के मंत्री सरयू राय आ गए हैं। जमशेदपुर पश्चिमी सीट से टिकट कटने की आशंकाओं के बीच शनिवार को एकाएक उन्होंने अपनी सीट जमशेदपुर पश्चिमी और सीएम रघुवर दास की सीट जमशेदपुर पूर्वी से टिकट खरीदकर झारखंड के सियासी गलियारे में सनसनी मचा दी। बताया जा रहा है कि उन्होंने दो सीटों से नामांकन पत्र खरीदकर तमाम विकल्प खुले रखे हैं।
बतौर निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय जमशेदपुर पूर्वी से चुनाव मैदान में होंगे
बता दें कि झारखंड की राजनीति में सरयू राय एक प्रखर, आदर्शवादी और सख्त तेवर वाले नेता माने जाते हैं। जमशेदपुर पश्चिमी से टिकट कटा तो सरयू राय मुख्यमंत्री रघुवर दास को विधानसभा चुनाव में चुनौती दे सकते हैं। शनिवार को उन्होंने जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी से नामांकन पत्र लेकर इन अटकलों को और हवा दी है। इस बात के पूरे आसार हैं कि भाजपा आलाकमान द्वारा जमशेदपुर पश्चिमी से टिकट काटे जाने पर वह बतौर निर्दलीय प्रत्याशी जमशेदपुर पूर्वी से चुनाव मैदान में होंगे।
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मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने की योजना बनाई
बता दें कि अभी तक भाजपा की चार सूची जारी हो चुकी है, लेकिन उन सूचियों से सरयू राय का नाम गायब है। उन्होंने अपने रूख से भाजपा आलाकमान को भी अवगत करा दिया है हालांकि उन्हें यह कहा गया है कि जब तक प्रत्याशियों की अंतिम सूची नहीं जारी हो जाती तब तक वे इंतजार करें, लेकिन उन्हें संभवतः इसका आभास हो गया है कि उनका टिकट कट रहा है । यही कारण है कि उन्होंने मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने की योजना बनाई है।
झारखंड मंत्रिमंडल में रहने के बावजूद सरयू राय मुख्यमंत्री का खुलकर विरोध किया
झारखंड मंत्रिमंडल में रहने के बावजूद सरयू राय मुख्यमंत्री का खुलकर विरोध करते हैं। कई नीतिगत फैसलों पर उन्होंने सरकार की मुखालफत कर चुके हैं। एक वक्त ऐसा भी आया जब लग रहा था कि वे मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि विधानसभा में विपक्षी दलों के हो-हंगामे को आधार बनाकर उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका इस्तीफा तत्काल मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्वीकार कर लिया था। सरयू राय फिलहाल रघुवर दास की कैबिनेट में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री हैं।
जानें सरयू राय के जीवन के विभिन्न पहलुओं को
- सरयू राय ने रघुवर दास के विधानसभा क्षेत्र से भी नामांकन पत्र खरीद लिया है। वह चुनाव में रघुवर के आमने-सामने हो सकते हैं।
- जदयू और भाजपा को करीब लाने में रही है इनकी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार से इनके बेहतर ताल्लुक हैं ।
- बिहार का चारा घोटाला इन्होंने ही उजागर किया था। इस संदर्भ में उनके द्वारा लिखित पुस्तक चारा चोर, खजाना चोर चर्चित रही है।
- सरयू राय साइंस कालेज, पटना के मेधावी छात्र रहे हैं। इसके अलावा 1974 के जेपी आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शामिल थे।
- मधु कोड़ा लूटकांड भी इनकी चर्चित पुस्तक रही है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा द्वारा किए गए घोटालों को इस पुस्तक के माध्यम से उजागर किया था।
- पर्यावरणविद भी हैं सरयू राय, दामोदर नदी को प्रदूषण मुक्त करने में कामयाबी पाई थी।इसके आलवा वह संसदीय मामलों के जानकार हैं ।