जेडीयू से आउट

प्रशांत किशोर और पवन वर्मा जेडीयू की प्राथमिक सदस्यता ये आउट

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नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने पार्टी के दो बागी नेताओं प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया है। पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर झूठ बोलने का आरोप लगाने के बाद पर जेडीयू हमलावर हो गई थी। पार्टी के प्रवक्ता रहे डॉ अजय आलोक ने कहा कि प्रशांत किशोर भरोसेमंद नहीं है।

अजय आलोक ने कहा कि प्रशांत किशोर आम आदमी पार्टी के लिए काम करते हैं, राहुल गांधी से बात करते हैं और ममता दीदी के साथ बैठते हैं। कौन उस पर भरोसा करेगा? हमें खुशी है कि यह ‘कोरोनोवायरस’ हमें छोड़ रहा है। वह जहां चाहे वहां जा सकता है।

प्रशांत किशोर के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अजय आलोक ने लिखा कि अरे नीतीश कुमार का गिराव देखने का सपना देखते देखते लालू जी होतवार जेल पहुंच गए भई, आप कहां जाओगे? राजनीतिक विश्वसनीयता कहां है आपकी? कांग्रेस, आप, शिवसेना, टीएमसी, डीएमके? कोई तो बताओ? नीतीश जी को बहुत काम हैं भई तुमसे रंग मिलाने के अलावा, वैसे भी अपना कद देखकर बोलना चाहिए।

एक अन्य ट्वीट में अजय आलोक ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा कि अब भी बोलेंगे! खैर हम इंतजार करेंगे आपका, लेकिन किससे पूछ के बोलेंगे राहुल गांधी या केजरीवाल या फिर दीदी? बता दीजिए अच्छा ही रहेगा! वैसे प्राथमिक सदस्यता का नवीनीकरण करवाया था या नहीं?

बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर के संबंध में पूछे गए सवाल पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगर कोई ट्वीट कर रहा है, तो करे। जब तक कोई पार्टी में रहना चाहेगा, तब तक वह रहेगा। और जब वह जाना चाहेगा, तो जा सकता है।

अमित शाह के कहने पर पीके को पार्टी में लाए : नीतीश कुमार

नीतीश ने कहा था कि अमित शाह के कहने पर ही प्रशांत किशोर को पार्टी में लेकर आए थे। अमित शाह ने कहा था कि प्रशांत को पार्टी में शामिल कर लीजिए। अब अगर उन्हें जदयू के साथ रहना है, तो पार्टी की नीति और सिद्धांतों के मुताबिक ही चलना पड़ेगा। बता दें कि प्रशांत किशोर पिछले कई दिनों से संशोधित नागरिकता कानून को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं।

प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया कि आप मुझे पार्टी में क्यों और कैसे लाए?

प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया कि आप (नीतीश) मुझे पार्टी में क्यों और कैसे लाए? इस पर इतना गिरा हुआ झूठ बोल रहे हैं। यह आपकी बेहद खराब कोशिश है, मुझे अपने रंग में रंगने की। अगर आप सच बोल रहे हैं तो कौन यह भरोसा करेगा कि अभी भी आपमें इतनी हिम्मत है कि अमित शाह द्वारा भेजे गए आदमी की बात न सुनें?

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