जैविक कृषि प्रशिक्षण कार्यक्रम

जैविक कृषि प्रशिक्षण कार्यक्रम : किसानों ने वर्मीकम्पोस्ट बनाने की वैज्ञानिक विधि सीखी

1154 0

बाराबंकी। सीएसआईआर-सीमैप ने बाराबंकी जिले ग्राम वीवीपुर फतेहपुर में मंगलवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सीएसआईआर-सीमैप के कार्यकारी निदेशक डॉ. अब्दुल समद ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषकों को वर्मीकम्पोस्ट बनाने की वैज्ञानिक विधि से अवगत कराना है। वर्मीकम्पोस्ट का प्रयोग करके किसान भाई अपने आप में वृद्धि कर सकते हैं। साथ ही केचुए का बड़े पैमाने पर सम्वर्धन करें।

जैविक कृषि प्रशिक्षण कार्यक्रम को केंद्र सरकार की जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने वित्त पोषित किया

बता दें कि बाजार में केंचुए 500 रुपये प्रति किग्रा के भाव से बिकते हैं। सीमैप ने चयनित कृषकों को वर्मीटब का वितरण किया । कार्यक्रम के समन्वयक डा. राकेश पाण्डेय ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। इस कार्यक्रम को केंद्र सरकार की जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने वित्त पोषित किया है।

केजरीवाल को नामांकन लिए करना पड़ा छह घंटे इंतजार, आप ने बताया बीजेपी की साजिश 

प्रो. एच.बी. सिंह जो पूर्व में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में प्राध्यापक थे ने विस्तार पूर्वक जैविक खेती पर प्रकाश डाला। प्रो. सिंह ने बताया कि किसान भाई कीटनाशकों का प्रयोग कम से कम करें। जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करें। डा. आकांक्षा सिंह ने ट्राइकोडर्मा बनाने बनाने की घरेलू पद्धति पर विस्तृत जानकारी दी। सीमैप के कीट वैज्ञानिक डा. संतोष केदार ने फसलों पर तरह-तरह के कीटों के नियमण की जैविक विधि पर विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में 100 से अधिक प्रगतिशील कृषकों ने भाग लिया।

Related Post

डीजीपी

यूपी में हिंसा करने वाले नहीं बख्शे जाएगें, होगी कड़ी कार्रवाई : डीजीपी ओपी सिंह

Posted by - December 21, 2019 0
लखनऊ। संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में शनिवार को यूपी में हुई हिंसा पर डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि…