रमजान में लॉकडाउन का हो पालन

अल्पसंख्यक मंत्रालय ने बिना नोटिस के 45 कर्मचारियों को निकाला, बढ़ी नाराजगी

825 0

नई दिल्ली। देश में एक तरफ जहां लोकसभा चुनाव 2019 में रोजगार को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। एक तरफ सरकार जहां लोगों को रोजगार दिलाने का दावा कर रही है। तो वहीं दूसरी तरफ अल्पसंख्यक मंत्रालय ने एक झटके में 45 कर्मचारियों का कॉन्ट्रेक्ट ख़त्म कर नौकरी से निकाल दिया है। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि अल्पसंख्यक मंत्रालय ने ऐसा करने से पहले कर्मचारियों को कोई सूचना नहीं दी, बल्कि अचानक से मौखिक रूप से कर्मचारियों को अगले दिन से ऑफिस नहीं आने का निर्देश दे दिया।

केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी को नहीं थी इसकी जानकारी 

इस मामले में की भनक केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी को इसकी जानकारी ही नहीं थी। वहीं जिन कर्मचारियों का कॉन्ट्रैक्ट अल्पसंख्यक मंत्रालय ने खत्म किया है, उसमें से कुछ लोग पिछले आठ साल से, तो कुछ छह साल से यहां काम कर रहे थे।

ये भी पढ़ें :-सैम पित्रोदा फिर बोले- बालाकोट एयर स्ट्राइक पर दिया मेरा बयान था सच 

ज़्यादातर की उम्र अब 35-40 साल की हो चुकी है, इस उम्र में नौकरी कहां मिलेगी?

सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय ने 45 लोगों का कॉन्ट्रेक्ट अचानक खत्म कर दिया, जिसमें 25 सीनियर एसोसिएट और 20 जूनियर एसोसिएट हैं। वहीं अल्पसंख्यक कार्यलय में काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि पहले हर साल अप्रैल महीने में कॉन्ट्रैक्ट बढ़ा दिया जाता था, लेकिन इस बार नहीं बढ़ाया गया और बिना किसी कारण हमें निकाल दिया गया। हममें से ज़्यादातर की उम्र अब 35-40 साल की हो चुकी है। इस उम्र में नौकरी कहां मिलेगी? मंत्रालय ने हमें सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है।

ये भी पढ़ें :-बुआ-बबुआ पर पीएम मोदी का तंज, 23 मई के बाद शुरू होगी दुश्मनी पार्ट टू

प्रशासनिक स्तर पर लिया जाता है कर्मचारियों  को हटाने व रखने का फैसला : मुख्तार अब्बास नकवी

वहीं इन कर्मचारियों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि सिर्फ 45 लोगों को ही निकाला गया है। अल्पसंख्यक मंत्रालय के साथ थर्ड पार्टी के रूप में 40 से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं। उन्हें भी 31 मई तक हट दिया जाएगा। इस बारे में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मुझे इसके बारे में मालूम नहीं है। वैसे भी कॉन्ट्रेक्ट 11-11 महीने का होता है। मंत्रालय में अभी बहुत से रेगुलर कर्मचारी आ गये हैं, इसीलिए हो सकता है कि हटाया गया हो, लेकिन अभी तो मैं चुनाव प्रचार में लगा हुआ हूं और हटाने व रखने का फैसला प्रशासनिक स्तर पर लिया जाता है।

Related Post

CM Yogi

उप्र में माफिया का हो चुका है राम नाम सत्य, दूसरे राज्यों में तलाश रहे हैं ठिकाना: योगी

Posted by - November 2, 2022 0
हमीरपुर/मंडी/सोलन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने बुद्धवार को हिमाचल प्रदेश में धुआंधार चुनावी प्रचार अभियान किया।…
E-auction

यूपी में बड़े पैमाने पर उद्योग लगाने का मौका, 16 जिलों के लिए 24 से मेगा ई-नीलामी

Posted by - March 23, 2025 0
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में निवेश और औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है।…

यूपी चुनाव को लेकर मंत्रिमंडल विस्तार अहम, जितिन प्रसाद के सहारे ब्राह्मण वोट साधने का प्रयास

Posted by - September 26, 2021 0
लखनऊ। यूपी में आज रविवार शाम को कैबिनेट विस्तार होगा। जिसमें हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए…