नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस से जंग में मीडिया की भूमिका की सराहना की है। उन्होंने कहा कि मीडिया को लोगों को जागरूक बनाने और उनमें संघर्ष की भावना जागृत रखने का काम करते रहना चाहिए।
वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये बातचीत में देशभर के 20 से भी अधिक पत्रकारों और पक्षधारकों ने हिस्सा लिया
बता दें कि महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के मुकाबले के लिए पीएम मोदी विभिन्न पक्षों से बात कर रहे है। श्री मोदी ने सोमवार को इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रमुखों से बात करने के बाद मंगलवार को प्रिन्ट मीडिया संस्थानों के प्रमुखों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये विचार विमर्श किया। बातचीत में देशभर के 20 से भी अधिक पत्रकारों और पक्षधारकों ने हिस्सा लिया। राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मीडिया के 11 भाषाओं के इन पत्रकारों ने 14 अलग-अलग जगहों से अपने विचार रखे।
कोरोना संक्रमण पर अगले कुछ हफ्ते अहम, सरकार की है पैनी नज़र : हर्षवर्धन
मोदी ने कहा कि मीडिया ने देश के कोने-कोने में जानकारी के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
श्री मोदी ने कहा कि मीडिया ने देश के कोने-कोने में जानकारी के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मीडिया की पहुंच दूर दराज के ग्रामीण इलाकों तक होने के मद्देनजर कोरोना की चुनौती से निपटने में उसकी भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अखबारों की अपनी विश्वसनीयता है और इनके स्थानीय पन्नों के पाठकों की संख्या बहुत बड़ी है।
अखबारों को इन पन्नों पर कोरोना के बारे में विशेष लेख प्रकाशित कर लोगों को जागरूक करना चाहिए
इसलिए अखबारों को इन पन्नों पर कोरोना के बारे में विशेष लेख प्रकाशित कर लोगों को जागरूक करना चाहिए। लोगों को जांच केन्द्रों, किसे जांच करानी चाहिए, इसके लिए कहां संपर्क करना चाहिए और घरों में रहने के दिशा निर्देशों की विस्तार से जानकारी दिया जाना बेहद अधिक जरूरी है। इन पन्नों पर यह जानकारी भी दी जाये कि पूर्णबंदी के दौरान जरूरत का सामान कहां उपलब्ध होगा।
उन्होंने मीडिया से कहा कि उसे सरकार और लोगोंं के बीच लिंक की तरह काम करते हुए राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर निरंतर फीडबैक देते रहना चाहिए।