नूर फातिमा

महाशिवरात्रि : शिव मंदिर का निर्माण करा रहीं हैं नूर फातिमा

1793 0

वाराणसी। शिव की नगरी काशी को यूं ही नहीं गंगा-जमुनी तहजीब का शहर कहा जाता है। कबीर, रैदास और तुलसी की नगरी में अल्लाह और शिव की साथ-साथ आराधना की जाती है। हम बात कर रहे हैं डीरेका के गणेशपुर की रहने वाली नूर फातिमा की।

महाशिवरात्रि पर महादेव की पूजा का अवसर भी उनके लिए बेहद होता है खास 

सुबह की नमाज के साथ ही भोलेनाथ का जलाभिषेक करना नूर फातिमा के जीवन का हिस्सा बन चुका है। जहां हर दिन वह शिव के धाम में शीश नवाती हैं। इसके साथ वहीं हर दिन अल्लाह को याद करना नहीं भूलती हैं। महाशिवरात्रि पर महादेव की पूजा का अवसर भी उनके लिए बेहद खास होता है। काशी में शिव हैं तो कण-कण में ईश्वर की मान्यता को नूर फातिमा ने कुबूल कर लिया है। उनकी हर सुबह की शुरुआत नमाज के साथ हर-हर महादेव के साथ होती है।

महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर ब्रह्मा कुमारीज ने सजाई झांकी

गणेशपुर कालोनी में एक मुस्लिम के घर में मंदिर बाहर के लोगों के लिए अनोखा होगा, लेकिन कालोनी के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। पेशे से वकील नूर फातिमा का कहना है कि 2004 में संयोग से भगवान शिव के पूजा की शुरुआत हुई जो आज जीवन का हिस्सा बन चुकी है। लखनऊ की रहने वाली नूर फातिमा के पति रेलवे में पोस्टेड थे और वह शादी के बाद वाराणसी आ गईं।

मेरे मन में विचार आया कि गणेशपुर में शिव का मंदिर बनाया जाए तो इस पर कालोनी वालों ने भी सहमति जताई

उन्होंने बताया कि 2004 में मुझे अजीबो गरीब सपने आते थे। सपने में अक्सर एक मंदिर नजर आता था। जहां मैं पूजा करती थी। बनारस में घर बन गया और उसके सवा महीने बाद आसपास के लोगों के घरों में कई मौतें हुईं। यहां तक हादसे में मेरे पति की भी मौत हो गई। कई सारे अपशकुन होते थे। मेरे मन में विचार आया कि गणेशपुर में शिव का मंदिर बनाया जाए तो इस पर कालोनी वालों ने भी सहमति जताई। ईश्वर की कृपा से दो बेटियां हैं। एक इंजीनियर और दूसरी बड़ी कंपनी में मैनेजर है।

मंदिर बनाने में साथी वकीलों और जनसहयोग के साथ खुद के पैसे से मदद मिली

मंदिर बनाने में साथी वकीलों और जनसहयोग के साथ खुद के पैसे से मदद मिली। संकटमोचन मंदिर के महंत स्व. वीरभद्र मिश्र ने 8 मार्च 2004 को मंदिर का शिलान्यास कराया। मंदिर में शिव परिवार सहित मूर्ति एवं शिवलिंग दोनों स्थापित है। सावन, शिवरात्रि पर विशेष पूजन किया जाता है। हर सोमवार को महिलाएं मंदिर में भजन व पूजा करती हैं।

Related Post

CM Dhami

जिलाधिकारी सीएम हेल्पलाइन की माह में दो बार समीक्षा करें: सीएम धामी

Posted by - June 28, 2023 0
देहारादून। सीएम हेल्पलाइन-1905 की सभी जिलाधिकारी माह में दो बार समीक्षा करें। सचिव एवं विभागीय एचओडी भी इसकी नियमित समीक्षा…
CM Dhami

सीएम धामी ने दी प्रदेशवासियों को रक्षा बन्धन की बधाई

Posted by - August 29, 2023 0
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने…
CM Vishnu Dev Sai

दिव्यांग रग्बी खिलाड़ी की मदद के लिए आगे आए मुख्यमंत्री, जनदर्शन में तुरंत दी आर्थिक मदद

Posted by - November 13, 2025 0
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Vishnu Dev Sai) के निवास पर आज जनदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस…
More than 200 Naxalites surrendered

लाल आतंक का अंत! 200 से अधिक नक्सलियों ने CM विष्णु देव साय के समक्ष किया आत्मसमर्पण

Posted by - October 17, 2025 0
रायपुर। नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ चल रहे आत्मसमर्पण अभियान के तहत अब तक कई नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। एक…