नूर फातिमा

महाशिवरात्रि : शिव मंदिर का निर्माण करा रहीं हैं नूर फातिमा

1782 0

वाराणसी। शिव की नगरी काशी को यूं ही नहीं गंगा-जमुनी तहजीब का शहर कहा जाता है। कबीर, रैदास और तुलसी की नगरी में अल्लाह और शिव की साथ-साथ आराधना की जाती है। हम बात कर रहे हैं डीरेका के गणेशपुर की रहने वाली नूर फातिमा की।

महाशिवरात्रि पर महादेव की पूजा का अवसर भी उनके लिए बेहद होता है खास 

सुबह की नमाज के साथ ही भोलेनाथ का जलाभिषेक करना नूर फातिमा के जीवन का हिस्सा बन चुका है। जहां हर दिन वह शिव के धाम में शीश नवाती हैं। इसके साथ वहीं हर दिन अल्लाह को याद करना नहीं भूलती हैं। महाशिवरात्रि पर महादेव की पूजा का अवसर भी उनके लिए बेहद खास होता है। काशी में शिव हैं तो कण-कण में ईश्वर की मान्यता को नूर फातिमा ने कुबूल कर लिया है। उनकी हर सुबह की शुरुआत नमाज के साथ हर-हर महादेव के साथ होती है।

महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर ब्रह्मा कुमारीज ने सजाई झांकी

गणेशपुर कालोनी में एक मुस्लिम के घर में मंदिर बाहर के लोगों के लिए अनोखा होगा, लेकिन कालोनी के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। पेशे से वकील नूर फातिमा का कहना है कि 2004 में संयोग से भगवान शिव के पूजा की शुरुआत हुई जो आज जीवन का हिस्सा बन चुकी है। लखनऊ की रहने वाली नूर फातिमा के पति रेलवे में पोस्टेड थे और वह शादी के बाद वाराणसी आ गईं।

मेरे मन में विचार आया कि गणेशपुर में शिव का मंदिर बनाया जाए तो इस पर कालोनी वालों ने भी सहमति जताई

उन्होंने बताया कि 2004 में मुझे अजीबो गरीब सपने आते थे। सपने में अक्सर एक मंदिर नजर आता था। जहां मैं पूजा करती थी। बनारस में घर बन गया और उसके सवा महीने बाद आसपास के लोगों के घरों में कई मौतें हुईं। यहां तक हादसे में मेरे पति की भी मौत हो गई। कई सारे अपशकुन होते थे। मेरे मन में विचार आया कि गणेशपुर में शिव का मंदिर बनाया जाए तो इस पर कालोनी वालों ने भी सहमति जताई। ईश्वर की कृपा से दो बेटियां हैं। एक इंजीनियर और दूसरी बड़ी कंपनी में मैनेजर है।

मंदिर बनाने में साथी वकीलों और जनसहयोग के साथ खुद के पैसे से मदद मिली

मंदिर बनाने में साथी वकीलों और जनसहयोग के साथ खुद के पैसे से मदद मिली। संकटमोचन मंदिर के महंत स्व. वीरभद्र मिश्र ने 8 मार्च 2004 को मंदिर का शिलान्यास कराया। मंदिर में शिव परिवार सहित मूर्ति एवं शिवलिंग दोनों स्थापित है। सावन, शिवरात्रि पर विशेष पूजन किया जाता है। हर सोमवार को महिलाएं मंदिर में भजन व पूजा करती हैं।

Related Post

मनीष सिसोदिया

संवाद, शिक्षा और लोकतंत्र दोनों को बनाता है मजबूत: मनीष सिसोदिया

Posted by - December 7, 2019 0
नई दिल्ली। दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 7600 शिक्षक मिल गए। इन नवनियुक्त शिक्षकों के लिए सरकार ने त्यागराज स्टेडियम…
CM Dhami

सीएम धामी ने प्रदेशवासियों को दी धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा एवं भैयादूज की शुभकामनाएँ

Posted by - October 22, 2022 0
देहारादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैयादूज के अवसर पर प्रदेशवासियों की सुख-शांति…

मंत्रिमंडल का आज होगा विस्तार, सिंधिया, सर्बानंद, चुनावी राज्यों पर फोकस

Posted by - July 7, 2021 0
केंद्र की मोदी सरकार बुधवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेगी, इसमें नए चेहरों को शामिल किया जाएगा साथ ही…
Stay connected to your roots: Banshidhar Tiwari

सरकार पलायन को रोकने के लिए निरंतर प्रयासरत: बंशीधर तिवारी

Posted by - May 12, 2025 0
देहरादून। सूचना एवं लोकसंपर्क विभाग के महानिदेशक एवं एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी (Banshidhar Tiwari) ने कहा कि प्रत्येक नागरिक…
pm modi with sister p niveda

टीका लगने के बाद नर्स से बोले PM मोदी- लगा भी दी और पता भी नहीं चला

Posted by - March 1, 2021 0
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कोविड-19 टीके की पहली खुराक ली।वैक्सीन…