शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में हालात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर मंगलवार को विपक्षी नेताओं की एक बैठक हुई। इस बैठक में एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के प्रमुख शरद पवार, शिवसेना सांसद संजय राउत, द्रमुक सांसद टीआर बलु, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए।
बैठक के बाद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बताया कि हमारा मुख्य एजेंडा राज्यबद्ध तरीके से विपक्ष की एकजुटता था। यह पहली बैठक थी, हम कल (बुधवार) फिर मिलेंगे, शरद पवार भी इसमें मौजूद रहेंगे। वहीं, राज्यसभा से 12 सांसदों के निलंबन को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी की माफी की मांग पर संजय राउत ने कहा, कोई माफी नहीं, कोई खेद नहीं, हम लड़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आज ही सांसदों के निलंबन को लेकर कहा था कि मैं कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं का आह्वान करता हूं कि वह माफी मांगें, खेद व्यक्त करें और सदन में आएं। सरकार हर मामले पर चर्चा के लिए तैयार हैं। वहीं, विपक्षी दलों ने इस फैसले को असंवैधानिक और सदन के नियमों के खिलाफ बताया है और माफी से इनकार किया है।
सोमवार को विपक्ष के बर्ताव पर सभापति ने दी थी चेतावनी
इससे पहले सोमवार को राज्यसभा में सांसदों के निलंबन को वापस लेने की मांग कर रहे विपक्ष के बर्ताव और हंगामे पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कड़ी नाराजगी जताई थी। उन्होंवे तगा था कि आप हमें न सिखाएं। आप ऐसा व्यवहार जारी रखेंगे तो मैं सदन स्थगित कर दूंगा। इस पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस समेत अन्य दलों के साथ वाकआउट की बात कही। इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। सोमवार को सदन दो बार स्थगित हुआ था।