केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है, शनिवार को कृषि बचाओ-लोकतंत्र बचाओ दिवस मनाएंगे। तय कार्यक्रम के अनुसार किसान सभी राज्यों के राजभवन के सामने धरना देंगे, 32 किसान संगठन चंडीगढ़ राजभवन पहुंचेंगे और राज्यपाल को ज्ञापन देंगे। किसान नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा यह इमरजेंसी के 46 साल पूरे होने के तौर पर मनाया जाएगा।
रुलदा सिंह ने कहा पांच हजार से अधिक किसान चंडीगगढ़ बॉर्डर से राजभवन तक मार्च करेंगे, हम पुलिस से अपील करते हैं कि वह रास्ता रोकने के बजाय हमारी मदद करें। कानून व्यवस्था को मेनटेन करने के लिए डीसी मनदीप सिंह बराड़ ने छह एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं जो अलग-अलग इलाकों में कानून व्यवस्था को देखेंगे।
गौरतलब है कि, आज यानी 26 जून को किसानों का देशव्यापी प्रदर्शन हो रहा है। किसानों के प्रदर्शन की आड़ में आईएसआई के एजेंट देश में हिंसा फैला सकते हैं। वहीं, खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के बाद दिल्ली पुलिस और दूसरी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था को और टाइट कर दिया गया है।
खुफिया एजेंसी ने दिल्ली पुलिस को इसे लेकर एक पत्र भी भेजा है। वहीं, आईएसआई की गतिविधि को देखकर दिल्ली पुलिस एक्टिव मोड़ में आ गई है। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। यहां तक की कुछ घंटों के लिए दिल्ली मेट्रों का भी परिचालन बंद कर दिया गया है। और मेट्रो स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
आज किसानों के प्रदर्शन में कई और किसानों के समूह भी शामिल हो सकते हैं। ऐसे में आईएसआई के एजेंट किसानों को भड़का कर हिंसा फैलाने का काम कर सकते हैं। इसलिए दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसी विशेष सतर्कता बरत रही है। आंदोलन के देखते हुए सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था की गई है।
इधर, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक बार फिर किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील है। उन्होंने किसानों से कहा कि सरकार किसानों को लेकर चिंतित है। उन्होंने तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों से आंदोलन समाप्त करने का आग्रह किया है।
बता दें कि, बीते साल महीनों से किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं, इस बीच सरकार से 7 दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन हर बात वार्ता बेनतीजा रही है। और किसान आंदोलन बदस्तूर जारी रहा।आज किसानों के प्रदर्शन में कई और किसानों के समूह भी शामिल हो सकते हैं. ऐसे में आईएसआई के एजेंट किसानों को भड़का कर हिंसा फैलाने का काम कर सकते हैं। इसलिए दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसी विशेष सतर्कता बरत रही है। आंदोलन के देखते हुए सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था की गई है।