केंद्र के विवादित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सात महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अब महंगाई के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। रसोई गैस के साथ रोजाना रिकार्ड बना रहे पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को किसानों ने सरकार की नाकामी करार दिया है। आक्रोशित किसानों ने कहा कि सरकार अभी भी नहीं चेतती है तो खामियाजा भुगतने के लिए वह तैयार रहे।
पंचकूला-कालका हाईवे पर स्थित टोल प्लाजा पर पक्का मोर्चा लगाए किसानों ने गैस सिलेंडर के साथ प्रदर्शन किया। किसानों ने कहा- बिना तेल खेती नहीं होती, अपनी नाकामियों की वजह से दीवालिया हो चुकी सरकार भरपाई के लिए कीमतें बढ़ा रही है।
वहीं, परवेज ने कहा कि महंगाई से अब दम निकलने लगा है। सरोज का कहना था कि सरकार नाकाम साबित हो चुकी है। प्रदर्शन में भाग लेने आई 70 वर्षीय राजिंदर कौर का कहना था कि इस सरकार ने तो बेड़ा गर्क कर दिया है। करनाल से आए हरमनवीर का कहना था कि वह किसानों के साथ हैं। सरकार को महंगाई पर लगाम लगानी चाहिए। पिंजौर के गुरजंट सिंह का कहना था कि महंगाई कम नहीं हुई तो और बड़ा आंदोलन होगा।
किसानों ने सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक पंचकूला-कालका हाईवे पर गाडि़यां खाड़ी कर महंगाई के खिलाफ अपना-अपना विरोध दर्ज कराया। काफी देर तक गाडि़यों के हार्न वह बजाते रहे। महिलाओं में गैस के दामों को लेकर गुस्सा इतना ज्यादा था कि पूरे हाईवे पर सिलेंडर को पैरों से ठोकर मारकर सरकार के खिलाफ वह अपना विरोर्ध दर्ज कराती रहीं।