नई दिल्ली। मध्य एशिया का किर्गिस्तान एक देश है, जो अपनी अजीबो—गरीब और बेहद क्रूर प्रथा के चलते चर्चा में है। यहां लड़कियों को किडनैप करके उनका दुष्कर्म किया जाता है। इसके बाद फिर जबर्दस्ती शादी कर ली जाती है। बता दें कि इस शादी के बाद लड़कियां सेक्स स्लेव और घर-खेत के कामों के लिए मजदूर बनकर रह जाती हैं। सबसे अजीब बात यह है कि लड़की के घरवाले चाहकर भी ऐसी लड़की को दोबारा अपना नहीं सकते हैं।
इस प्रथा का नाम है ‘अला काचु’ यानी ‘उठाओ और भाग जाओ’
थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन की खबर के अनुसार इस देश में हर पांच में से एक लड़की को शादी के लिए अगवा किया जाता है। इसके अलावा रोज 30 से ज्यादा शादियां होती हैं यानी हर 40 मिनट में एक लड़की किडनैप की जाती है। इस प्रथा का नाम है अला काचु यानी उठाओ और भाग जाओ। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या फंड की रिपोर्ट बताती है कि ज्यादातर मामलों में लड़की को अगवा कर उसका दुष्कर्म किया जाता है और फिर शादी की जाती है ताकि चाहकर भी परिवार उसे अपना न सके।
हालांकि साल 2013 में किर्गिस्तान में दुल्हनों का अपहरण व साल 2016 में बाल विवाह हो चुका है बैन
हालांकि साल 2013 में किर्गिस्तान में दुल्हनों का अपहरण व साल 2016 में बाल विवाह बैन हो चुका है। तत्कालीन राष्ट्रपति अल्माज़बेक अताम्बेव ने इसपर 10 साल की कैद तय की, लेकिन इसके बाद भी हर साल लगभग 12 हजार लड़कियां शादी के लिए उठाई जा रही हैं। देश में महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए काम कर रही संस्था वीमेंस सर्पोट सेंटर के आंकड़े ये बताते हैं।
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कमजोर अर्थव्यवस्था भी इस जबरिया शादी की एक वजह
बता दें कि सोवियत यूनियन के खत्म होने के बाद से ही किर्गिस्तान की अर्थव्यवस्था के हाल खराब हैं। कमजोर अर्थव्यवस्था भी इस जबरिया शादी की एक वजह है। शादियां लगभग सभी देशों की तरह यहां भी काफी धूमधाम से की जाती रहीं। अब चूंकि खर्चों के लिए पैसे नहीं हैं, तो लड़कियां अगवा की जा रही हैं ताकि दोनों तरफ का ही खर्च बच जाए।
बुरुलई तुरदाइल क़ाज़ी नाम की एक मेडिकल छात्रा को शादी को न माने के कारण जान से धोना पड़ा था हाथ
सामाजिक शर्म के अलावा ये भी एक वजह है कि लड़की का परिवार पुलिस में शिकायत नहीं करता है। अगर लड़की विरोध करे तो उसे मार दिया जाता है। जैसे बुरुलई तुरदाइल क़ाज़ी नाम की एक मेडिकल छात्रा को शादी को न माने के कारण जान से हाथ धोना पड़ा था।
लड़के अपनी पसंद की गैर शादीशुदा लड़की से एक बार पूछते हैं। अगर उसने मना कर दिया तो जबर्दस्ती उसे उठा लेते हैं। लड़की के घर पर लड़के का पूरा परिवार अत्याचार करता है। विरोध करने पर दुष्कर्म और मारपीट आम बात है। लड़की को पकड़कर उसके सिर पर जबर्दस्ती एक सफेद स्कार्फ बांध दिया जाता है, जिसका मतलब है कि लड़की शादी के लिए राजी हो गई है।
पूरे मध्य एशिया की देखें तो किर्गिस्तान में मातृ मृत्यु दर सबसे उच्चतम स्तर पर
शादी के लिए उठाई गई ज्यादातर लड़कियां कम उम्र होती हैं। यही वजह है कि इस देश में जन्म देते हुए मां की मौत आम बात है। पूरे मध्य एशिया की देखें तो किर्गिस्तान में मातृ मृत्यु दर सबसे उच्चतम स्तर पर है। मां बच भी जाए तो बच्चे की सेहत खराब रहती है। इसके अलावा कम वजन के बच्चे होना या किसी तरह की जेनेटिक बीमारी यहां देखने को मिल रही है। इसकी वजह माताओं का कम उम्र होना और बेहद तनाव में रहना माना जा रहा है।
दुल्हन चुनकर उनसे जबर्दस्ती शादी और मजदूरी करवाना यहां इतना आम है कि किर्गिस्तान संसद की सबसे युवा महिला सांसद ऐदा कासिमलीवा ने जब ब्राइड किडनैपिंग का मुद्दा संसद में उठाया तो कई सदस्य उठकर बाहर चले गए। रायटर्स में इस वाकये का जिक्र मिलता है।
                        
                
                                
                    
                    
                    
                    
                    
