फेल होने पर बोर्ड परीक्षा में अब नहीं होगा साल ख़राब 

647 0

​सी बी एस ई ​ के कक्षा 10वीं की परीक्षा में शामिल हो रहे छात्रों के लिए एक अच्छी खबर है. नियम के अनुसार अब कक्षा 10वीं के छात्र ​अगर ​बोर्ड  की परीक्षा में किसी एक विषय में फेल हो जाते हैं तो उन्हें साल दोहराने की जरूरत नहीं होगी. ​ ​सी बी एस ई ​ की नीति के अनुसार ​अगर ​ कोई छात्र तीन वैकल्पिक विषयों (यानी विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान) में से किसी एक में भी विफल हो जाते हैं, तो असफल विषय को ‘स्किल सब्जेक्ट’ रूप में प्रस्तुत ​किया जाएगा. उसके बाद कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षा  ​​में प्रतिशत की गणना पांच विषयों में से सर्वश्रेष्ठ पर की जाएगी.

ज़्यादा बादाम सेहत के लिए हानिकारक, क्या है बादाम की सही ख़ुराक

​सी बी एस ई ​ के इस निर्णय का छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों ने समान रूप से स्वागत किया है. छात्रों के पास अंक हो सकते हैं, लेकिन उनके पास उचित उपयोग के लिए स्वयं को प्रशिक्षित करने के लिए कौशल की कमी होती है. यह ​निर्णय ​सरकार ​के ​ स्किल इंडिया ​कैम्पेन की  पहल को ध्यान में रखते हुए भी पेश किया गया है.

बजट 2021 में महिलाओं को नहीं मिला कुछ ख़ास 

​सरकार ​द्वारा तय किए गए कौशल-आधारित शिक्षण कार्यक्रम में छात्रों की रुचि और साल दर साल बढ़ती रही है. वर्ष 2020 में जहां 20 प्रतिशत छात्रों ने स्किल-आधारित विषयों को अपनाया है, जिसकी वजह से वर्ष 2021 में यह प्रतिशत बढ़कर 30 प्रतिशत हो गया. छात्रों का रुझान स्किल डेवेलपमेंट की ओर बढ़ा है और भले ही किताबी पढ़ाई में अच्छा न हो लेकिन​ इससे ​ छात्रों का नुकसान नहीं हो​गा​ और एक विषय में फेल होने पर  पूरा साल भी ख़राब नहीं होगा .

Related Post

अमित शाह

सीएए किसी की नागरिकता छीनने का नहीं, बल्कि नागरिकता देने का प्रावधान: अमित शाह

Posted by - January 12, 2020 0
जबलपुर। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन…
बाजीगर

बाजीगर के 26 साल : अभिनेत्री काजोल ने वीड‍ियो शेयर कर दिलाईं ये याद

Posted by - November 12, 2019 0
मुंबई। अब्बास मस्तान द्वारा निर्देशित फिल्म बाजीगर के साथ ही बॉ़लीवुड में शाहरुख खान ने दस्तक दी थी। इस फिल्म…
क्रिकेट का काला दिन

क्रिकेट का काला दिन : शुभमन गिल ने अंपायर को दी गालियां, बीच मैदान पर बवाल

Posted by - January 3, 2020 0
मोहाली । रणजी ट्रॉफी के 85 साल पुराने इतिहास का शुक्रवार को ‘काला दिन’ था। ‘जेंटलमेंस गेम’ कहे जाने वाले…