गार्गी कॉलेज

Gargi College: प्रशासन की चुप्पी पर प्रदर्शन जारी, मामला दर्ज, एचआरडी मंत्रालय ने मांगा जवाब

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नई दिल्ली। बीते 6 फरवरी को दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज फेस्टिवल में छात्राओं के साथ हुई छेड़छाड़ का मामला इतना आगे बढ़ गया हैं कि अब संसद में भी इस मामले पर चर्चा तेज हो गयी हैं। आज सोमवार सुबह से ही कॉलेज की छात्राएं कॉलेज प्रशासन की चुप्पी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं और अपनी सुरक्षा पर जवाब चाहती हैं। साथ ही दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी कॉलेज पहुंचीं। पुलिस ने इस पर स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। साथ ही पुलिस की एक टीम जांच के लिए कॉलेज भी पहुंची है।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने गार्गी कॉलेज मामले मे रिपोर्ट मांगी है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि मामले की जांच हो रही है।

हौज खास थाने में मामला दर्ज

आज सोमवार दोपहर को गार्गी कॉलेज में छात्राओं के साथ हुई छेड़छाड़ के मामले में कॉलेज प्रबंधन द्वारा शिकायत की गई, जिसके तहत आईपीसी की धारा 452/354/509/34 के तहत हौज खास थाने में मामला दर्ज किया गया है।

केजरीवाल का ट्वीट

गार्गी कॉलेज में छेड़छाड़ मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, ‘गार्गी कॉलेज में हमारी बेटियों के साथ बदसलूकी बेहद दुखद और निराशाजनक है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। दोषियों को पकड़ कर सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए और ये सुनिश्चित हो कि हमारे कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चे सुरक्षित हों।

गार्गी कॉलेज में जुबिन नौटियाल के शो के दौरान छात्राओं से अभद्रता की गई थी जिसके बाद ऐसा विवाद हुआ कि संसद तक पहुंचा है। अब खुद जुबिन ने छात्राओं को मैसेज कर उनके साथ होने की बात कही है। उन्होंने मैसेज किया है कि मैं और मेरी टीम जल्द कुछ योजना बनाएंगे। ऐसे लोग पुरुष नहीं हो सकते।

पीड़िता ने बताई आपबीती

छात्रा का कहना है कि 6 फरवरी को फेस्ट के अंतिम दिन कुछ हुड़दंगी दीवार फांदकर कॉलेज परिसर के अंदर आ गए। इनमें कुछ अधेड़ भी थे। फेस्ट में रात को गायक जुबिन नौटियाल का शो था। इसके लिए छात्राओं को सीमित पास ही बांटे गए थे।

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छात्रा का कहना है कि कॉलेज परिसर में घुसने वाले हुड़दंगियों में से कई नशे में थे। इन लोगों ने छात्राओं के साथ बदसलूकी और छेड़छाड़ की। कुछ ने मेट्रो स्टेशन तक उनका पीछा भी किया। इतनी भीड़ होने के कारण कई छात्राओं को घुटन भी होने लगी।

जैमर और प्रिंसिपल को हटाने की छात्राओं ने की मांग

प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने कॉलेज से प्रिंसिपल और जैमर को हटाने की मांग की है। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि 6 फरवरी के दिन जब कॉलेज में फेस्ट चल रहा था तब कॉलेज के गेट तोड़े गए। साथ ही जब जुबिन नौटियाल का शो चल रहा था तब लड़कियों पर अंडे भी फेंके गए। छात्राओं का कहना है कि अगर प्रिंसिपल को नहीं हटाया गया तो उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

प्रिंसिपल और दिल्ली पुलिस को दिल्ली महिला आयोग का नोटिस

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल गार्गी कॉलेज पहुंचीं और छात्राओं से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली पुलिस और प्रिंसिपल को नोटिस भेजा है।

छात्राओं द्वारा मैसेज न कर पाने का कारण बना जैमर

इधर, जैमर लगे होने के कारण उनके मोबाइल पर नेटवर्क नहीं आया और वे एसएमएस और व्हाट्स ऐप नहीं कर पाईं। छात्रा ने ट्वीट में कहा कि कॉलेज के सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा में असफल रहे। हम अपने ही कॉलेज में सुरक्षित महसूस नहीं कर पाईं। कॉलेज प्रशासन घटना की जिम्मेदारी ले।

बताया जा रहा है कि यह कार्यक्रम डीयू के अन्य कॉलेजों में पढ़ने वाले लड़कों के लिए भी खुला था। प्रशासन की ओर से मामले को लेकर चुप्पी साधी गई है हालांकि प्रशासन को किसी छात्रा ने शिकायत भी नहीं दी है। छात्राओं का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों से कहा गया कि वह शरारती पुरुषों को परिसर से बाहर निकालें। लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके क्योंकि भीड़ के कारण वह पता नहीं लगा पाए कि कौन हंगामा कर रहा है।

पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, एचआरडी मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट

दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज के फेस्टिवल में छात्राओं के साथ हुई छेड़छाड़ का मामला काफी आगे बढ़ गया है और संसद में भी यह मामला उठा है। यह मुद्दा सांसद गौरव गोगोई ने उठाया, जिस पर शिक्षा मंत्री ने जवाब दिया है कि कॉलेज में बाहरी लोग घुसे।

दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने इसका संज्ञान लेते हुए कॉलेज का दौरा किया। वहीं सोमवार सुबह से ही कॉलेज की छात्राएं कॉलेज प्रशासन की चुप्पी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं और अपनी सुरक्षा पर जवाब चाहती हैं। साथ ही दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी कॉलेज पहुंचीं।

सोशल मीडिया पर मामले की आपबीती बताने के बावजूद प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं लेने से खफा छात्राएं सोमवार को कॉलेज में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के मूड में हैं।

बताया जा रहा है कि किसी भी छात्रा ने अब तक कोई शिकायत नहीं दी है। लेकिन इस पूरी घटना से छात्राएं काफी गुस्से व सकते में हैं। वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि उन्हें किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली है। हालांकि पुलिस ने इस पर स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। साथ ही पुलिस की एक टीम जांच के लिए कॉलेज भी पहुंची है। कॉलेज प्रशासन ने भी चुप्पी साध रखी है।

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