पूर्व सांसद पर गैगेस्टर का आरोप

पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने किया आत्मसमर्पण

582 0

चर्चित अजीत हत्याकांड के आरोपी एवं पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने शुक्रवार को यहां एमपीएमएलए अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया जबकि पुलिस उनके लखनऊ के ठिकानों पर दबिश दे रही थी। वहीं शूटर अंकुर ने भी लखनऊ की सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने आज यहां एमपीएमएलए अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है। उनके खिलाफ अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी करने के साथ ही 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया था।

अदालत ने इस मामले में सुनवाई करने के बाद उसे जेल भेज दिया । अदालत में धनंजय जींस, सफेद शर्ट और मास्क व केसरिया टोपी पहन कर आया था। उन्होंने एक पुराने लंबित मुकदमे में जमानतदार की जमानत वापसी कराकर आत्मसमर्पण किया है। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में नैनी जेल भेज दिया। गौरतलब है कि लखनऊ में अजीत सिंह हत्याकांड में फरार जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर कमिश्नरेट पुलिस ने इनाम घोषित किया है। बृहस्पतिवार को डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने बताया था कि पूर्व ज्येष्ठ उप प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के मामले में पूर्व सांसद साजिश करने का आरोपी हैं। बुधवार रात को पुलिस ने लखनऊ में उनके चार ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन पूर्व सांसद नहीं मिला। पुलिस ने इन ठिकानों से तीन लोगों को हिरासत में ले लिया था लेकिन पूछताछ के बाद इन्हें छोड़ दिया गया था।

भारत और चीन के बीच बिगड़ रहे रिश्ते

पूर्व सांसद के पिता और रारी के पूर्व विधायक राजदेव सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बेटे के सुरक्षा की गुहार लगाई थी। वहीं, अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपित शूटर शिवेंद्र उर्फ अंकुर ने भी शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। आरोपित पर 25 हजार का इनाम घोषित था। पुलिस अंकुर की तलाश में दबिश देने का दावा कर रही थी, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी। इसके बाद रणनीति के तहत उसने पुलिस को चकमा देते हुए सरेंडर कर दिया। खास बात यह है कि अंकुर ने सीजेएम कोर्ट में आठ फरवरी को ही आत्मसमर्पण करने की अर्जी डाली थी। पुलिस को इस बात की जानकारी थी कि अंकुर सरेंडर करने वाला है। बावजूद इसके पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी। शुक्रवार सुबह आरोपित ने सीजेएम सुशील कुमारी के कोर्ट में आत्मसमर्पण किया।

सुनवाई के बाद न्यायालय ने अंकुर को 18 मार्च तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। गौरतलब है कि छह जनवरी को अंकुर अपने साथी बंधन के साथ आजमगढ़ से लाल रंग की गाड़ी से लखनऊ आया था। आरोपित वारदात के दौरान घटना स्थल पर मौजूद था। पुलिस का दावा है कि अंकुर ने साथियों के साथ मिलकर अजीत सिंह पर गोलियां बरसाई थीं। बंधन ने आजमगढ़ में न्यायालय में सरेंडर कर दिया था, जबकि अंकुर लगातार फरार चल रहा था। अभी इस मामले में शूटर रवि यादव, राजेश तोमर और मुस्तफा को लखनऊ पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। राजेश तोमर गोलीबारी के दौरान घायल हो गया था, जिसके बारे में भी पुलिस के पास कोई ठोस जानकारी नहीं है।

Related Post

राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार का नाम बदला, अब ‘हॉकी के जादूगर’ ध्यानचंद के नाम से जाना जाएगा

Posted by - August 6, 2021 0
केंद्र सरकार ने खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल दिया है। अब इसे मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के नाम…
uttrakhand

दल बदलुओं की बर्थडे पार्टियां याद रहीं, आद्य पुरुष के परिजनों का सुख- दु:ख भूले!

Posted by - November 12, 2021 0
देहरादून। प्रदेश में अब तक कुल 16 विधानसभाओं में बड़ी संख्या  में इस तरह के कार्यक्रम हो चुके हैं, सैकड़ों…

यूपी पुलिस की बर्बरता! कहासुनी होने पर दलितों के मकानों को बुलडोजर से ढहाया, कांग्रेस ने की जांच की मांग

Posted by - July 6, 2021 0
उत्तर प्रदेश पुलिस की बर्बरता की खबर सामने आई है, जहां पुलिस ने आजमगढ़ जिले में दलितों के चार मकानों…