प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर करारा प्रहार करते हुए मंगलवार को दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख विधानसभा चुनाव में अपनी संभावित हार को देखते हुए हताश हो गर्इं और उन पर गालियों की बौछार कर रही हैं।
यहां डुमुरजाला में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दावा किया कि बंगाल के लोग अनुमान लगा रहे है कि दो मई को चुनाव के नतीजे आने के बाद तृणमूल कांग्रेस बिखर जाएगी। उन्होंने कहा कि हार की हताशा में दीदी आज कल मुझ पर गालियों की बौछार कर रही हैं। बंगाल के लोग दीदी का ये आचरण देखकर बहुत दुखी हैं। देश-दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है कि बंगाल की ये कौन सी छवि वह प्रस्तुत कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी को आजकल उनके बांग्ला शब्दों के उच्चारण पर भी बहुत ऐतराज हो रहा है जबकि एक मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें (ममता को) उनकी तारीफ करनी चाहिए थी। मोदी ने कहा कि वह जहां भी जाते हैं, उनकी कोशिश वहां की स्थानीय भाषा में कुछ शब्द बोलने की होती है।
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मैं तमिलनाडु जाता हूं तो वहां भी तमिल भाषा के कुछ शब्द बोलने की कोशिश करता हूं। केरल जाता हूं तो वहां मलयालम में कुछ बोलने की इच्छा होती है। भाषा के प्रति श्रद्धा का मेरा एक तरीका है। उच्चारण की गलतियां होती हैं लेकिन मैं पूरी ईमानदारी से प्रयास तो करता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बंगाल आने पर बांग्ला में कुछ शब्द बोलने की कोशिश करते हैं। मुझे पता है कि मेरे बांग्ला उच्चारण में भी बहुत सारे दोष होते हैं बावजूद इसके मैं बांग्ला के शब्द बोलता हूं क्योंकि मैं बांग्ला भाषा का बहुत सम्मान करता हूं। इसे तो प्रोत्साहित करना चाहिए लेकिन वह मेरे इस प्रयास पर भी भड़की हुई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 10 साल तक ममता बनर्जी ने बंगाल के लोगों के साथ जिस तरह विश्वासघात किया है, उसका जवाब इस बार लोग चुनावों में दे रहे हैं।उन्होंने दावा किया कि ममता बनर्जी के शासन में उनकी टोलाबाज, सिंडिकेट, अन्यायी, अत्याचारी और हत्यारी सरकार से हर कोई परेशान है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल को दीदी की सरकार की दुर्नीति ने अपराध की सुगमता और लूट की सुगमता दी लेकिन दो मई के बाद बनने वाली भाजपा की सरकार जीवन की सुगमता और व्यवसाय की सुगमता का असली परिवर्तन देगी।