क्लब हाउस ऐप आईओएस और एंड्रॉयड के लिए एक इनविटेशन सोशल मीडिया ऐप है जहां उपयोगकर्ता वैसे चैट रूम में संवाद कर सकते है जिसमे एक साथ 5000 लोगों को जोड़ा जा सकता है, यह केवल वॉइस चैट को ही सपोर्ट करता है।
क्लब हाउस के संस्थापक पाउल डेविसन और रोहन सेठ है जिसका विकास अल्फा एक्सप्लोरेशन कॉर्पोरेशन ने मार्च,2020 में किया। जो 74.8 एमबी के आकार का है और सिर्फ अंग्रेजी भाषा को सपोर्ट करता है। अमेरिका में इसके बीटा वर्जन को लॉन्च किया गया है जो फिलहाल सिर्फ चुनिंदा यूजर्स के लिए है और कंपनी ने ये आधिकारिक घोषणा की ही कि साल के अंत तक इसका एंड्रॉयड वर्जन भारत, ब्राजील समेत कई देशों के लिए उपलब्ध होगा।
हालांकि कंपनी ने अब तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि इसके एंड्रॉयड वर्जन में यह केवल इनवाइट ओनली होगा या सभी के लिए होगा क्योंकि अमेरिका में इसे अंग्रेजी उपयोगकर्ता और इनवाइट ओनली के आधार पर उपलब्ध कराया गया है।
मल्टीमीडिया इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम ने हाल ही में इसी से मिलता जुलता टेलीग्राम वाइस चैट 2.0 लॉन्च किया है जिसमे भी सिर्फ ओनली चैटिंग फीचर उपलब्ध कराया गया है।
क्लब हाउस को पिछले 7 अप्रैल को लॉन्च किया गया था जिसे अब तक 10 मिलियन लोगो ने डाउनलोड किया है, इससे भी आगे बढ़कर कंपनी ने क्रिकेटर की कमाई के लिए इसका मॉनीटाइज फीचर भी लॉन्च किया है , साथ ही ट्विटर ने भी इसी से मिलता जुलता फीचर स्पेस नाम से लॉन्च किया है, इसी के कंपटीशन में फेसबुक, डिकॉर्ड भी आ गई है, हालांकि ऐसी प्रतिस्पर्धा से लोगों का ही फायदा होता है, जिससे लोगों को सस्ते में सबसे अच्छी सुविधा प्राप्त होगी।
अगर क्लब हाउस के फीचर्स की बात करें तो यूजर्स को ट्विटर और इंस्टाग्राम प्रोफाइल लिंक करने का , पेमेंट करने का विकल्प, इन ऐप ट्रांसलेशन, लोकलाइजेशन, कोई टॉपिक फॉलो करने की छमता और क्लब क्रिएट या मैनेज करने जैसे फीचर्स बीटा वर्जन में नहीं दिया गया है, ऐसे फीचर्स के लिए अभी एंड्रॉयड यूजर्स को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
भारत में क्लब हाउस के लिए पैर जमाना इतना आसान नहीं होगा , ट्विटर का ऐप स्पेस पहले से मार्केट में है, फेसबुक ने इसी तरीके से अपना ऑडियो चैट ऐप हॉटलाइन की टेस्टिंग शुरू कर दी है, लिंक्डइन भी अपना लाइव ऑडियो चैट के फीचर पर काम कर रहा है।
सेंसर टावर के आंकड़ों के अनुसार भारत में अब तक 90 हजार से ज्यादा आईओएस यूजर्स ने इस ऐप को डाउनलोड किया है, इसकी पॉपुलैरिटी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मार्क जुकरबर्ग, टेस्ला कंपनी के फाउंडर एलन मस्क भी ऐप के उपयोगकर्ता में से है, इस एप्लिकेशन की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है । इस कंपनी का हेड ऑफिस ऑकलैंड, सीए, यूनाइटेड स्टेट्स में है।
अगर इस ऐप के सुरक्षा की बात करें तो लोगों में अभी तक बहुत तरह के संशय है, क्योंकि अभी तक ऐप में किसी तरह की कोई गाइडलाइन नहीं आई है, जो कि इस एप्लिकेशन में होने वाली इन सारी एक्टिविटी को रेगुलेट किया जा सके। जैसे कि नफरत फैलाने वाले या फिर अभद्र भाषा या व्यवहार को कैसे रोका जा सके।
इस ऐप को 18 से अधिक उम्र के लोगों के लिए ही ज्यादा सुरक्षित है, इससे कम उम्र वालों को इस एप का प्रयोग करने से बचना चाहिए। हर टेक्नोलॉजी का अगर उपयोग है तो दुरुपयोग भी इसलिए हमे इसे सकारात्मक तरीके और उद्देश्य के लिए ही प्रयोग करना चाहिए।