Natural Farming

प्राकृतिक खेती के विकास की बुनियाद बनेंगे गोवंश

105 0

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) की मंशा है कि उत्तर प्रदेश, देश में प्राकृतिक खेती (Natural Farming) का हब बने। इसके लिए वह हर मुमकिन मंच से इसकी पुरजोर पैरवी करते हैं। वह किसानों को भारतीय कृषि की इस परंपरागत कृषि पद्धति को तकनीक से जोड़कर और समृद्ध करने की बात भी करते हैं। इसके लिए उनकी सरकार किसानों को कई तरह की सुविधाएं भी दे रही है। गंगा के तटवर्ती गांवों और बुंदेलखंड में प्राकृतिक खेती पर सरकार का खासा जोर है।

निराश्रित गोवंशों की भी होगी महत्वपूर्ण भूमिका

सरकार की मंशा के अनुरूप प्राकृतिक खेती (Natural Farming) की तरक्की की बुनियाद बनेंगे गोवंश। निराश्रित गोवंशो की भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इस खेती के और भी लाभ होंगे। मसलन, जहरीले रासायनिक खादों और कीटनाशकों का प्रयोग नहीं होने से क्रमशः जन, जमीन और जल की सेहत सुधरेगी। इनके न प्रयोग होने से किसानों की खेती की लागत कम होगी। उत्पाद प्राकृतिक होने से किसानों को अपने उत्पाद के दाम भी अच्छे मिलेंगे। वैश्विक महामारी कोरोना के बाद पूरी दुनिया स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हुई है। हर जगह ऐसे उत्पादों की मांग बढ़ी है। मांग बढ़ने से इनके दाम भी अच्छे मिलेंगे।

निर्यात बढ़ाने में भी मददगार होंगे प्राकृतिक कृषि (Natural Farming) उत्पाद

मालूम हो कि प्रदेश का निर्यात लगातार बढ़ रहा है। सात वर्षों में यह बढ़कर दोगुना हो गया है। अद्यतन आंकड़ों के अनुसार 2017-2018 में उत्तर प्रदेश का निर्यात 88 हजार करोड़ रुपये था। 2023-2024 में यह बढ़कर 170 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। कृषि उत्पादों का निर्यात बढ़ने से अन्नदाता किसान खुशहाल होंगे। खास बात यह है कि प्राकृतिक खेती से जो भी सुधार होगा वह टिकाऊ (सस्टेनेबल), ठोस और स्थायी होगा।

योगी सरकार के प्रयास

मुख्यमंत्री (CM Yogi) का गोवंश के प्रति प्रेम जगजाहिर है। वह अपने पहले कार्यकाल से ही गोवंश के संरक्षण पर जोर दे रहे हैं। इस बाबत निराश्रित गोवंश के लिए गोआश्रय खोले गए। प्रति पशु के अनुसार भरण पोषण के लिए पैसा भी दिया जाता है। चंद रोज पहले पेश किए गए अनुपूरक बजट में भी इस बाबत 1001 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

मुख्यमंत्री की मंशा इन गोआश्रयों को आत्मनिर्भर बनाने की है। ऐसा तभी संभव है जब इनके गोबर और मूत्र को आर्थिक रूप से उपयोगी बनाया जाय। इसके लिए समय-समय पर सरकार स्किल डेवलपमेंट का भी कार्यक्रम चलाती है। साथ ही मनरेगा के तहत भी पशुपालकों को सस्ते में कैटल शेड, पशु बाड़ा और गोबर गैस लगाने की सहूलियत दी जा रही। मिनी नंदिनी योजना भी गोवंश के संरक्षण और संवर्धन को ही ध्यान में रखकर बनाई गई है। इसमें भी योगी सरकार कई तरह के अनुदान दे रही है।

Related Post

AK Sharma

उपभोक्ताओं को समस्याओं के समाधान के लिए किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो

Posted by - August 30, 2024 0
गौतमबुद्धनगर।  उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण अनवरत विद्युत आपूर्ति मिले, आगामी गर्मी में विद्युत आपूर्ति में किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न…
CM Yogi

सीएम योगी ने 1.75 करोड़ परिवारों को दिया नि:शुल्क रसोई गैस सिलेंडर का तोहफा

Posted by - November 10, 2023 0
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने  लोकभवन में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) के तहत…
भाजपा उम्मीदवार

पीएम मोदी के सामने खुदकुशी कर लूंगा, नागरिकता बिल पास नहीं होने दूंगा –बीजेपी उम्मीदवार

Posted by - April 12, 2019 0
नई दिल्ली। पहले चरण के मतदान के दौरान बीजेपी उम्मीदवार ने खुलकर पूर्वोत्तर के लिए प्रस्तावित नागरिकता संशोधन बिल का…