कानपुर में फर्जी शस्त्र लाईसेंस के जरिये बड़े पैमाने पर असलहे खरीदने का मामला

496 0

कानपुर के कई गन हाउस मालिकों द्वारा फर्जी शस्त्र लाईससों पर असलहा खरीदने-बेचने के मामले में फरार आरोपी राजकिशोर राय को यूपी एसटीएफ ने झारखण्ड से गिर तार किया है। राजकिशोर ने कानपुर के गन हाउस मालिकों से फर्जी शस्त्र लाईसेंस पर दर्जन भर से अधिक असलहे खरीदे और बेचे थे। ये असलहे नक्सलियों को भी सप्लाई किये गये थे। एटीएस की जांच मेें राजकिशोर का नाम प्रकाश में आया था, तबसे वह फरार था। उस पर यूपी पुलिस ने पचास हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

दिल्ली विवि के छात्रों को डिजिटल माध्यम से डिग्री प्रदान की

एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी ने बताया कि एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में शनिवार को राजकिशोर को देवघर, झारखण्ड से गिर तार किया गया है। उसे ट्रांजिट रिमाण्ड पर लखनऊ लाया जा रहा है। राजकिशोर राय वर्तमान समय में मुंगेर, बिहार में रह रहा था। मूलरूप से वह बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाला है। यूपी में उसका ठिकाना हापुड़ के ग्राम-बिहुनी था। कानपुर से अवैध असलहे खरीदने और बेचने के मामले में उसके विरूद्ध लखनऊ के थाना-एटीएस में केस दर्ज कराया गया था। कानपुर नगर के कुछ गन हाउसों के द्वारा फर्जी शस्त्र लाइसेंसों पर शस्त्रों एवं कारतूसो की बिक्री की गयी था जिसमें राजकिशोर राय ने अन्य व्यक्तियों के नाम पते से बनवाए गए शस्त्र लाइसेंसों पर कुल 4 रायफल .315 बोर (इन्डियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री) मेड, 40 कारतूस, एक बन्दूक 12 बोर, 10 कारतूस पूर्वांचल गन हाउस एवं ए.के. नियोगी एंड कंपनी कानपुर से खरीदे थे।

वोकल फॉर लोकल: खिलौनों में आत्मनिर्भरता की तलाश

गौरतलब है कि 25 जुलाई 2017 को यूपी एटीएस ने कानपुर के चार गन हाउस मालिकों को गिर तार किया था। इन पर अवैध तरीके से असलहे बेचने का आरोप है। असलहा बिहार के दो युवकों को बेचा गया, जिनके माध्यम से इन्हें संदिग्ध आतंकवादियों और नक्सलियों तक पहुंचा दिया गया। जांच में 19 असलहे अवैध तरीके से बेचने का खुलासा हुआ था। आईएसआईएस खुरासान मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकियों को डेढ़ हजार कारतूस बेचने के आरोप में काकादेव निवासी राघवेंद्र सिंह चौहान को एटीएस ने गिर तार कर जेल भेजा था। राघवेंद्र सिंह से मिली जानकारी के आधार पर आगे तहकीकात की गई तो चार गन हाउसों स्वामी खन्ना हाउस, स्वामी एके नियोगी एंड कंपनी, स्वामी पूर्वांचल गन हाउस व स्वामी जय जवान आर्म्स डीलर के रिकॉर्ड में 29 असलहों की गड़बड़ी मिली। इनमें 19 असलहों की बिक्री में अनिमितता पाई गई थी। ये सभी असलहे फर्जी लाइसेंस व कागजात पर बेचे गए।

एटीएस के मुताबिक बिहार के मुंगेर निवासी राज किशोर राय अवैध असलहों का बड़ा सप्लायर है। वर्ष 2016 में बिहार एटीएस ने उसको गिर तार भी किया था। उस दौरान उसके पास 10 फर्जी शस्त्र लाइसेंस व असलहे मिले थे। जांच में पता चला कि राज किशोर व उसके साथी उमेंद्र सिंह ने कानपुर के चारों गन हाउसों से इन सभी असलहे खरीदे थे। एटीएस का कहना है कि राजकिशोर फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपने गुर्गों को असलहे खरीदने के लिए दुकान पर भेजता था।

Related Post

CM Vishnudev Sai

परंपरानुसार मुख्यमंत्री को बस्तर गोंचा महापर्व में शामिल होने दिया न्यौता

Posted by - July 4, 2024 0
जगदलपुर। बस्तर गोंचा महपर्व में शामिल होने हेतु प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी परंपरानुसार 360 घर आरण्यक ब्राम्हण…
CM Vishnudev Sai

बस्तर दशहरा पर्व का ऐतिहासिक मुरिया दरबार संपन्न, सीएम साय बोले- यह वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध हो गया

Posted by - October 15, 2024 0
जगदलपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Vishnudev Sai ) ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध ‘बस्तर दशहरा पर्व’ आस्था और परंपरा का…
CM Dhami

सीएम धामी ने अप्रवासियों हेतु “अप्रवासी सेल” गठित करना शासनादेश जारी किया

Posted by - October 13, 2023 0
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) द्वारा बीते माह लंदन में देश से बाहर रह रहे उत्तराखण्ड के अप्रवासियों हेतु…
शांताबाई पवार

हौंसले को सलाम : कोरोना काल में 85 साल की शांताबाई पवार का देखें हैरतअंगेज कारनामा

Posted by - July 25, 2020 0
मुंबई। कोरोना महामारी से बचने के लिए देश के कई अभी लॉकडाउन है। इस महामारी से पूरी दुनिया सदमें है।…