BJP CONDIDATE MAID KALITA MAJHI

तो BJP ने बनाया घरेलू सहायिका को उम्मीदवार, बोलीं- लंगड़े पैरों से चुनाव कैसे लड़ेंगी ममता दीदी

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औसग्राम (पूर्वी बर्धमान) । पश्चिम बंगाल के चुनाव में कुछ ही दिन का वक्त शेष रह गया है। सत्ताधारी TMC और राज्य में तेजी से मजबूत होतीBJP के बीच कांटे की टक्कर नजर आ रही है। बंगाल की सत्ता संग्राम में हरेक दलों की ओर से अपने पत्ते एक-एक कर खोले जा रहे हैं।
बंगाल के चुनाव में वैसे तो हरेक सीट का अपना महत्व है लेकिन एक सीट है औसग्राम जो पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले में आता है। वैसे तो इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है। यहां से तृणमूल के अभेदानंद थंडर विधायक हैं। लेकिन इस बार इस सीट पर BJP  ने एक घेरलू सहायिका को टिकट देकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। बीजेपी की ओर से कलिता मांजी (Kalita Majhi) को टिकट दिया गया है जिसेक बारे में जानकारी देते हुए संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने बताया कि कलिता एक घरेलू सहायिका हैं और उनके पति प्लंबर का काम करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कलिता पंचायत का चुनाव भी लड़ा है।

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को कुछ ही दिन रह गये। TMC और BJP के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है । इस बीच पूर्वी बर्धमान जिले के औसग्राम विधानसभा में बीजेपी ने एक कामवाली बाई अर्थात झाड़ू पोछा और बर्तन मांजने वाली को टिकट देकर चुनाव को बेहद ही दिलचस्प बना दिया है। यहां तक की पार्टी कार्यकर्ताओं को काफी देर बाद उम्मीदवार का पता चला।

यह कलिता माझी (Kalita Majhi) हैं जिसका गरीबी ने दामन थाम रखा है। दूसरों के घरों में काम कर वह अपना और अपने परिवार का पेट पालती हैं। चुनाव प्रचार के लिए कलिता ने काम से एक महीने की छुट्टी ली है। उनकी एक माह की छुट्टी का मतलब है उस महीने उसे और उसके परिवार को भूखा सोना पड़ेगा। इसके बावजूद कलिता ने चुनाव लड़ने का रास्ता चुना।

कलिता (Kalita Majhi) कहती हैं कि चुनाव प्रचार के लिए उसने चारों नियोक्ता (जिनके घर काम करती है) से छुट्टी ली हैं। उन घरों के सदस्यों ने भी प्रचार में ध्यान देने के लिए उसकी हौसला आफजाई की है।

औसग्राम विधानसभा सीट की उम्मीदवार के रूप में कलिता का नाम लिये जाने पर स्थानीय नेताओं और पार्टी कार्यकर्ता भी चौंक उठे थे। वहीं, पहली बार मीडिया का सामना कर रही कलिता भी हड़बड़ाहट में खुद को तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार कह बैठीं। बाद में वह भूल सुधार ली और खुद को बीजेपी की प्रत्याशी के रूप में पेंश किया।

हालांकि इस घटना के बाद स्थानीय बीजेपी नेताओं ने इस गलती को लेकर पार्टी हाईकमान का ध्यानाकर्षण भी किया। दूसरी तरफ, प बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नियमित भाषण ‘खेला होबे’ पर कटाक्ष कर खुद को तेजतर्रार साबित भी कर रही है। कलिता (Kalita Majhi) ने ममता पर तंज कसते हुए कहा कि दीदी जब अपने टूटे पैरों की वजह से खड़ी नहीं हो पा रहीं हैं तो चुनाव कैसे लड़ेंगी।

इसके साथ ही वह इस चुनाव में अपनी जीत को लेकर काफी भरोसेमंद दिखती हैं। उसका कहना है कि कम से कम 25 हजार वोटों के अंतर से वह चुनाव जीतेगी।

कलिता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम करने के तरीकों से बेहद ही प्रभावित है और इसलिए वह बीजेपी से पिछले पांच सालों से जुड़ी है।

गौर हो कि कलिता माझी(Kalita Majhi)  गुस्कारा नगरपालिका के वार्ड नं.-03 की निवासी हैं। उनके पति सुब्रत माझी प्लंबर का काम करते हैं. गरीबी के कारण वह पढ़ नहीं पायी और इसी मजबूरी के कारण वह लोगों के घरों में काम करती है, लेकिन आज वह बीजेपी की उम्मीदवारी लेने के बाद लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।

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