नई दिल्ली। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने रिलायंस जियो के वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप ‘‘जियोमीट’ की प्रशंसा करते हुए इसे ‘जूम’ से बेहतर बताया है। जियोमीट का इस्तेमाल करने के बाद इसकी सुविधाओं के पहली बार में ही कायल हुए श्री कांत ने इसे जूम ऐप के मुकाबले बेहतर करार दिया।
अमिताभ कांत ने जियोमीट ऐप के इस्तेमाल का अपना अनुभव साझा किया
उन्होंने शनिवार को ट्वीट किया और जियोमीट ऐप के इस्तेमाल का अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने लिखा कि जियोमीट वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप का इस्तेमाल किया और जूम के मुकाबले इसे कहीं सरल और बेहतर पाया। वीडियो कॉलिंग पूरी तरह एनक्रिप्टेड और पॉसवर्ड से संरक्षित है।
Tried JioMeet video-conferencing. It’s easy & simple! Better than Zoom. Meetings are encrypted & password protected. Unlimited high definition calls. All data in India. Emerges as a major technological disruptor from India. Will go places in these challenging times.
— Amitabh Kant (@amitabhk87) July 4, 2020
नीति आयोग सीईओ ने कहा कि जियोमीट का डेटा भी देश में ही स्टोर होता है
जियोमीट के सॉफ्ट लॉन्च और इसके इस्तेमाल से सभी को मुफ्त वीडियो कांफ्रेंसिंग सुविधा के बाद इस बाजार पर कब्जे की लड़ाई की प्रतिस्पर्धा आने वाले समय में तेज होने की प्रबल संभावना है। रिलायंस के जियोमीट पर असीमित हाई डेफिनेशन कॉलिंग की सुविधा को भी श्री कांत ने सराहा। नीति आयोग सीईओ ने कहा कि जियोमीट का डेटा भी देश में ही स्टोर होता है।
भारत सरकार ने जूम ऐप को वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया
गौरतलब है कि डेटा सुरक्षा के मानदंडों पर जूम खरी नहीं उतर पायी है और इसी वर्ष भारत सरकार ने जूम ऐप को वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया था। जियोमीट की प्रशंसा करते हुए सीईओ ने इसे तकनीकी दुनिया में पासा पलटने वाला भारतीय ऐप बताया जिसमें इस संकट काल में आगे बढ़ने की असीम संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की’ वोकल फॉर लोकल’ की अपील और सरकार के 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध से देशी ऐप्स की मांग में आने वाले समय में असीम संभावनाएं प्रबल हुई हैं । सॉफ्ट लॉन्च के चंद दिनों के भीतर ही जियोमीट ऐप पांच लाख से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। जियोमीट के साथ साथ अन्य देशी ऐप जैसे चिंगारी और रोपोसो जैसे ऐप्स के डाउनलोडिंग में जबर्दस्त इजाफा हुआ है।
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जियोमीट में एक बार में मेजबान समेत 100 लोग वीडियो कांफ्रेंसिंग का फ्री इस्तेमाल कर सकते हैं। जूम ऐप से हटकर जियोमीट में वीडियो कांफ्रेंसिंग की कोई समय सीमा भी तय नही की गई है। जूम ऐप पर फ्री वीडियो कॉलिंग के लिए मात्र 40 मिनट की अवधि दी जाती है। इससे अधिक समय तक कॉलिंग के लिए मेजबान को 15 डॉलर प्रतिमाह भुगतान करना होता है।
वहीं जियोमीट पर ग्राहक लगातार नि:शुल्क 24 घंटे तक बातचीत कर सकते हैं। जियोमीट पर 24 घंटे तक कांफ्रेसिंग की सुविधा को एक्सपर्ट पासा पलटने वाला बता रहे हैं। समय सीमा के कारण जूम पर वीडियो कांफ्रेंसिंग करने वालो को हर 40 मिनट में बाद दोबारा लॉगइन करना पड़ता है जिससे ग्राहकों को अनवरत बैठक करने में खासी दिक्कत आती थी।
उदाहरण के लिए लिए लाॅकडाउन में घर से काम करने स्थिति में महत्वपूर्ण बैठक या तो 40 मिनट से पहले समाप्त करनी पड़ती थी अथवा फिर दोबार लॉगइन करे अन्यथा सालाना लगभग 180 डॉलर चुकाना होगा। शिक्षा क्षेत्र में भी जहां संसाधन सीमित है, वहां जूम ऐप के समय का प्रतिबंध ऑनलाइन कक्षाओं में बाधा उत्पन्न कर रहा है।
जियोमीट को गूगल प्लेस्टोर या एप्पल स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह एंड्रायड और एप्पल पर समान रूप से काम करता है। जियोमीट माइक्रोसॉफ्ट विंडोज को भी सपोर्ट करता है इसलिए इस्तेमालकर्ता इसे डेस्कटॉप या लेपटॉप पर भी आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।