मुंबई। हिंदी सिनेमा की मशहूर गायिका अलका याग्निक ने पुराने गानों को रीमिक्स करके वाहवाही लूटने वालों के सख्त खिलाफ हैं। वह कहती हैं कि आज कल के संगीत में रचनात्मक तो रही ही नहीं।
रीमिक्स गानों में रचनात्मकता कहां है? उन्हें अपने गाने बनाने चाहिए और तब हिट करने चाहिए
उन्होंने कहा कि फिल्मों के संगीतकार हमारे गाने लेकर उसे रीमिक्स करते हैं। इसके हिट होने पर लोगों की तालियां बटोरते हैं। सबसे कहते फिरते हैं कि उनका गाना हिट हो गया, जबकि गाना तो पहले से ही हिट था। तभी तो उसे लेकर उन्होंने रीमिक्स किया। अलका याग्निक ने इनके गीतों का तो फास्ट फूड जैसा हाल है। आते हैं और चले जाते हैं। इसमें रचनात्मकता कहां है? उन्हें अपने गाने बनाने चाहिए और तब हिट करने चाहिए।
जंगली पिक्चर में स्त्री रोग विशेषज्ञ का किरदार निभायेंगे आयुष्मान खुराना
मैं आशा करती हूं कि बहुत ही जल्द भारतीय संगीत में राग आधारित गानों की होगी वापसी
ये पूछे जाने पर संगीत के इस चलन के लिए जिम्मेदार कौन है? अलका कहती हैं कि इसके लिए मैं किसी एक को जिम्मेदार नहीं मानती हैं। आज के संगीतकार कहते हैं कि लोगों को ऐसे ही (रीमिक्स) गाने पसंद हैं, जबकि सुनने वाले कहते हैं हमें इतना गंदा संगीत नहीं सुनना है। तो इनमें से दोषी कौन है, ये बता पाना बहुत मुश्किल है। मैं आशा करती हूं कि बहुत ही जल्द भारतीय संगीत में राग आधारित गानों की वापसी होगी।
रियलिटी शो ‘सारेगामापा लिटिल चैंप्स’ के आठवें सीजन में जज बनीं अलका याग्निक के साथ गायक कुमार सानू और उदित नारायण भी हैं
रियलिटी शो ‘सारेगामापा लिटिल चैंप्स’ के आठवें सीजन में जज बनीं अलका याग्निक के साथ गायक कुमार सानू और उदित नारायण भी हैं। सुरों के इस संगम पर चर्चा होने पर वह कहती हैं कि 30 साल के इतिहास में पहली बार हम एकसाथ किसी रियलिटी शो को टीवी पर जज कर रहे हैं। हम लोगों ने साथ में लंबे समय तक काम किया है, इसके साथ खड़े होकर गाया है। अब तो तकनीक आगे बढ़ गई है। पहले तो लाइव रिकॉर्डिंग ही होती थीं। अब हम साथ हैं तो पुरानी यादें भी ताजा होंगी।
 
                         
                 
                                 
                     
                     
                     
                     
                    
