मोती की खेती

आगरा की बेटी ‘उगाती’ है मोती, video में देखें कैसे होती है खेती?

2203 0

आगरा। यूपी के आगरा जिले में एक ऐसी बेटी है जो अपने घर पर ही मोती उगाती है। जी हां आपने सही सुना घर पर ही एक ड्रम में किए प्रयोग से उसका हौसला बढ़ा है। अब इस युवती ने मोती उगाने की ट्रेनिंग लेकर इस काम को शुरू कर दिया है। मोती उगाने वाली इस बेटी का नाम रंजना यादव है । 14 गुणा 14 फीट के तालाब में मोती की फसल लगाकर अब इसमें दो हजार सीप डाली गई है।

पहले एक ड्रम में किए गए प्रयोग से सात-आठ मोती ‘उग’ आए तो रंजना यादव का हौसला बढ़ा

बता दें कि पहले एक ड्रम में किए गए प्रयोग से सात-आठ मोती ‘उग’ आए तो रंजना यादव का हौसला बढ़ गया। इस तालाब में डाली गई करीब दो हजार सीप से नए साल में नवंबर तक मोती की ‘उपज’ मिलेगी। बकौल रंजना आगरा में मोतियों की खेती (पर्ल फार्मिंग) का यह पहला प्रयास है।

डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लाइफ साइंस से एमएससी कर चुकी हैं रंजना  

डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लाइफ साइंस से एमएससी कर चुकी रंजना ने पढ़ाई के दौरान पर्लफार्मिंग के बारे में जाना। भुवनेश्वर जाकर पर्ल फार्मिंग की विधिवत प्रशिक्षण लिया। उन्होंने पिता सुरेश यादव के महर्षिपुरम स्थित प्लाट में तालाब बनाया। दो माह पहले गुजरात से मंगाई गईं इसमें सीप डाली। सीप तालाब में एक मीटर गहराई में लटकाए गए जालीदार बैग में रखी गई हैं। रंजना बताती हैं कि इसमें मानवीय प्रयास शामिल है लेकिन मोती प्राकृतिक रूप से पैदा होते हैं और इनकी मांग खूब है।

योगी कैबिनेट ने 1.5 लाख कर्मचारियों की नियत यात्रा भत्ता बढ़ाने पर लगाई मुहर 

…तो जाने कैसे बनता है मोती?

प्राकृतिक रूप से मोती का निर्माण तब होता है जब रेत, कीट आदि किसी सीप अंदर पहुंच जाते हैं। तब वो उसके ऊपर चमकदार परतें चढ़ती है। यह परत मुख्यत: कैल्शियम की होती है। मोती उत्पादन भी इसी तरीके से होता है। सीप के अंदर 4-6 मिलीमीटर व्यास के ‘बीड या न्यूक्लियर’ डाला जाता है और तैयार होने पर मोती को निकाल कर पॉलिश कराई जाती है।

गहन देखभाल है जरूरी

न्यूक्लियर डालने से पहले और बाद में सीप को कई प्रक्रिया से गुजारा जाता है। प्रतिरोधक दवाएं और प्राकृतिक चारा (एल्गी, काई) दिया जाता है फिर तालाब में डाला जाता है। शुरूआत में रोज फिर एक दिन छोड़कर निरीक्षण किया जाता है। बीमार सीपों को दवा देना, मृत सीपों को हटाना, तालाब में ऑक्सीजन का इंतजाम, बैग की सफाई आदि जरूरी कार्य किए जाते हैं।

Related Post

CM Dhami presented the Asian Open Short Track Speed ​​Skating Championship trophy to Thailand

एशियन ओपन शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटिंग ट्रॉफी 2025 के समापन समारोह में शामिल हुए सीएम धामी

Posted by - August 23, 2025 0
देहारादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने शनिवार को हिमाद्री आइस रिंक रजत जयंती खेल परिसर रायपुर, देहरादून में…
CM Vishnu Dev Sai

ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को मिलेंगे तीन करोड़ : मुख्यमंत्री साय

Posted by - November 17, 2024 0
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Sai) आज रविवार काे रायपुर के मोवा स्थित आई स्पोर्टज़ बैडमिंटन अरीना में आयोजित…
CM Nayab Singh Saini

सफलता के लिए निरंतर शिक्षा और पुनः सीखना आवश्यक: सीएम नायाब

Posted by - March 7, 2025 0
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh) ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रशिक्षु अधिकारियों से…