सवा दो लाख वर्ग फीट में भव्य माता सीता के मंदिर का निर्माण
जगतगुरु परमहंस दास ने सवा दो लाख वर्ग फीट में भव्य माता सीता के मंदिर का निर्माण करवाने की घोषणा की. जिस का भूमि पूजन जानकी नवमी तिथि पर किया जाएगा। परमहंस ने बताया कि इस मंदिर के निर्माण के लिए कोई बहुत बड़ा सहयोग किसी से नहीं लिया जाएगा लेकिन यह आस्था और धर्म का बात है, लोगों को इससे जोड़ने के लिए प्रति व्यक्ति एक रुपए और एक ईट का सहयोग लिया जाएगा। माता सीता के अयोध्या से चले जाने के बाद अयोध्या श्री हीन हो गई थी। उसको पुनः प्रतिष्ठित करने के लिए माता सीता के भव्य मंदिर की स्थापना होगी और यह मंदिर महिला सशक्तिकरण का केंद्र बनेगा।
महंत परमहंस दास ने कहा कि सवा 2 लाख वर्ग फीट जमीन माता सीता के मंदिर निर्माण के लिए चयनित की गई है। मंदिर भव्य और दिव्य बनेगा। पूरे विश्व के नारी समाज के लिए सशक्तिकरण का केंद्र बनेगा। माता सीता का त्रेता में अयोध्या से जाने के बाद अयोध्या वैभवहींन हो गयी है। तमाम प्रयास करने के बावजूद अयोध्या में पुराना वैभव वापस नहीं आ रहा है. परमहंस दास ने कहा कि भारतीय संस्कृत मातृशक्ति के सम्मान में ही संबंधित है। जब तक माता-सीता का सम्मान त्रेता युग में राम राज्याभिषेक के समय जिस तरीके से हुआ था, वैसा नहीं होगा। तब तक अयोध्या का वैभव वापस नहीं आएगा।
प्रत्येक व्यक्ति से 3 तरीके का सहयोग लिया जाएगा