लखीमपुर हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट ने की सुनवाई, यूपी सरकार से मांगी स्टेटस रिपोर्ट

552 0

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने की मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से कल तक स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा है। चीफ जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है। गुरुवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यूपी सरकार से कहा है कि वह स्टेटस रिपोर्ट में बताएगी कि किन-किन अभियुक्तों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है और वे लोग गिरफ्तार किए गए हैं कि नहीं। इसके साथ ही कोर्ट ने हिंसा में अपना बेटा गंवाने वाली बीमार मां के तत्काल इलाज के लिए तुरंत इंतजाम करने का यूपी सरकार को आदेश दिया।

वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार ने कोर्ट को बताया कि मामले की जांच के लिए एसआइटी टीम और एक सिंगल सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया गया है। ताकि स्थिति रिपोर्ट भी दाखिल की जा सके।

दो वकीलों ने CJI को लिखी थी चिट्ठी

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना ने बताया कि इस मामले में दो वकीलों ने मुझे चिट्ठी लिखी थी। उनके नाम शिवकुमार त्रिपाठी और सीएस पांडा हैं। हमने चिट्ठी पर संज्ञान लिया. हालांकि रजिस्ट्री ने इसे स्वतः संज्ञान केस की तरह लिस्ट किया है। सुनवाई के दौरान सीजेआई रमना ने दोनों वकीलों वीडियो कांफ्रेंसिंग से जोड़ने कहा।

लखीमपुर खीरी में मानवाधिकार का हनन हुआ
सुनवाई के दौरान एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट से सभी 8 मौतों पर रिपोर्ट लेने का अनुरोध किया। जिसपर चीफ जस्टिस ने कहा कि वह सबको सुनने के बाद ज़रूरी आदेश देंगे। वहीं, वकील शिवकुमार त्रिपाठी ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के चलते कई किसानों की मौत हुई। हम अनुरोध करते हैं कि कोर्ट इस पर उचित आदेश दे। शिवकुमार त्रिपाठी ने यह भी कहा कि लखीमपुर खीरी में मानवाधिकार का हनन हुआ।

इसके बाद सीजेआई रमना ने वकील त्रिपाठी से पूछा कि आप क्या चाहते हैं? त्रिपाठी ने कहा कि एफआईआर हो। सीजेआई ने कहा कि एफआईआर तो हो चुकी है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की वकील गरीमा ने पूछा कि आगे क्या हो रहा है? इस गरिमा ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, इसपर एसआईटी बनी है और न्यायिक जांच आयोग भी गठित हुआ है। सीजेआई ने पूछा कि आयोग के अध्यक्ष कौन हैं?

मृतक की बीमार मां का इलाज कराए सरकार

वकील गरिमा ने बताया कि आयोग के अध्यक्ष हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हैं। कल तक हम आपको अब तक की पूरी जानकारी देंगे। इसपर सीजेआई ने कहा कि कल आप स्टेटस रिपोर्ट दें। यह भी बताएं कि हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिकाओं की स्थिति क्या है। वहीं, जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि हमें यह भी बताएं कि किन-किन लोगों की मृत्यु हुई है। सीजेआई ने कहा कि हमें एक वकील ने जानकारी दी है कि मृतक लवप्रीत की मां बीमार हैं। राज्य सरकार उनका इलाज करवाए।

 

Related Post

PM MODI

कोकराझार में PM मोदी बोले- असम के लोगों को महाझूठ से सतर्क रहना है

Posted by - April 1, 2021 0
असम। असम विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कोकराझार में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे है।…
Nayab Singh Saini

भाजपा का संकल्प पत्र भगवान समान, वादों को पूरा करते हैं: नायब सैनी

Posted by - September 22, 2024 0
सोनीपत। हरियाणा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ( Nayab Saini) ने रविवार को बरोदा में कांग्रेस और पूर्व सीएम…
Brajesh Pathak

व्हील चेयर और दवाओं का करें इंतजाम, नहीं तो अस्पताल का होगा काम तमाम

Posted by - April 2, 2022 0
लखनऊ: योगी सरकार (Yogi government) की दूसरी पारी में उप मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य…
साक्षी मिश्रा

परिवार के खिलाफ जाकर अजितेश से शादी करना सबसे बड़ी भूल: साक्षी मिश्रा

Posted by - January 7, 2020 0
बरेली। बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी बीते साल घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी देशभर में सुर्खियों…