राहुल गांधी

मोदी और शाह अपनी ही काल्पनिक दुनिया में जी रहे हैं : राहुल गांधी

736 0

नई दिल्ली। कांग्रेेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर बड़ा हमला बोला है। वायनाड से कांग्रेस सांसद ने अमित शाह को भी आड़े हाथ लिया है। केरल के कालिकट में उन्होंने कहा कि पार्टी इस विधेयक के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह भारत के विचार का उल्लंघन है।

राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी खुद संकट में हैं, क्योंकि उन्होंने जो ‘काल्पनिक दुनिया’ बनाई थी वह बिखर रही है

उत्तरी केरल में अपने लोकसभा क्षेत्र वायनाड में गुरुवार को तीन दिवसीय यात्रा शुरू करते हुए गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद संकट में हैं, क्योंकि उन्होंने जो ‘काल्पनिक दुनिया’ बनाई थी वह बिखर रही है। देश में कोई आर्थिक संकट नहीं होने के केंद्र के दावे पर गांधी प्रतिक्रिया दे रहे थे।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सभी तरह के भेदभाव के खिलाफ

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सभी तरह के भेदभाव के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि भारत सभी का है। सभी समुदायों, सभी धर्मों और संस्कृतियों का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह अपनी ही ‘काल्पनिक दुनिया’ में जी रहे हैं। उनका बाहरी दुनिया से कोई संपर्क नहीं है। वह अपनी दुनिया में रहते हैं और चीजों के बारे में कल्पना करते हैं इसीलिए देश इस संकट में है।

कांग्रेस का संसद में प्रदर्शन ‘महंगाई पर प्याज की मार, बंद करो मोदी सरकार’ 

राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर ऐसे शासन में लिप्त होने का आरोप लगाया , जो वास्तविक मुद्दों से लोगों का भटकाते हैं ध्यान

राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर ऐसे शासन में लिप्त होने का आरोप लगाया है, जो वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि नरेंद्र मोदी इस देश के लोगों की सुनते, तो कोई समस्या नहीं होगी। इस दौरान राहुल गांधी ने नागरिकता बिल में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के गैर-मुस्लिमों को नागरिकता देने की बात की गई है। जिसका कि विपक्षी पार्टियां काफी विरोध कर रही हैं।

राहुल गांधी  ने कहा कि घृणा और क्रोध वैज्ञानिक प्रकृति के सबसे बड़े विध्वंसक

वहीं केरल के मलप्पुरम में उन्होंने बच्चों के सवाल करने के लिए प्रोत्साहित किया है। उन्होंने कहा कि घृणा और क्रोध वैज्ञानिक प्रकृति के सबसे बड़े विध्वंसक हैं। जिज्ञासा और प्रश्न वैज्ञानिक प्रकृति का हृदय है। विज्ञान में लगातार सवाल पूछना जवाब देने से ज्यादा महत्वपूर्ण है। बेवकूफी वाला या फिर मूर्खतापूर्ण सवाल जैसा कुछ नहीं होता है?

Related Post

सुप्रीम कोर्ट पर बोलकर बुरे फंसे कॉमेडियन कुणाल कामरा, होगा केस दर्ज

Posted by - November 12, 2020 0
राष्ट्रीय डेस्क.    कॉमेडियन कुणाल कामरा सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने की वजह से बहुत बुरे फंस सकते है. अटॉर्नी…

गृह मंत्री से नंगे पैर मिले नड्डा-योगी, AAP नेता का तंज- सिर्फ शाह जूते पहनेंगे!

Posted by - August 20, 2021 0
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की तैयारियां जोरों पर हैं। एक दिन पहले ही सीएम योगी ने…
Anand Bardhan

मुख्य सचिव ने किया एन.आई.सी. उत्तराखण्ड की त्रैमासिक न्यूज़लेटर ‘द डिजिटल थ्रेड‘ का विमोचन

Posted by - October 10, 2025 0
मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन (Anand Bardhan) ने एन.आई.सी. उत्तराखण्ड की प्रथम त्रैमासिक न्यूज़लेटर ‘द डिजिटल थ्रेड‘ का विमोचन किया। इस…
नागरिकता कानून

बॉलीवुड की कुछ हस्तियों ने जामिया के छात्रों का किया समर्थन तो कुछ ने किया विरोध

Posted by - December 16, 2019 0
एंटरटेनमेंट डेस्क। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश में चारों तरफ विरोध का जमकर प्रदर्शन देखने को मिल रहा हैं।…