नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सफलता का पैमाना निवेशकों के लिए केवल वित्तीय लाभ हासिल करना नहीं, बल्कि समाज की भलाई में उनका योगदान भी है। डीपीआईआईटी के अनुसार प्रत्येक क्षेत्र में विजेता स्टार्टअप को पांच लाख रुपये के पुरस्कर दिए जाएंगे।
बता दें कि उद्योग और आंतरिक संवर्धन व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) पहली बार इनोवेटिव उत्पादों को विकसित करने वाले उद्यमियों को राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार देने जा रहा है। डीपीआईआईटी ने शनिवार को इसकी जानकरी देते हुए बताया कि इस पुरस्कार के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर है।
इसके अलावा विजेता और चार रनर-अप स्टार्टअप्स को संबंधित सरकारी अधिकारियों और कंपनियों के सामने अपने समाधान प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाएगा। ताकि सम्भव होने पर उनके समाधान पर पायलट परियोजनाएं चलाई भी जा सकें। इसके अलावा उन्हें काम के ठेके भी दिए जा सकें।
डीपीआईआईटी ने जारी एक बयान में कहा कि यह पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में ऐसे विशिष्ट स्टार्टअप को दिया जाएगा। जो भारत के लिए वास्तविक समस्याओं और चुनौतियों का इनोवेटिव समाधान प्रदान करता हो। यह पुरस्कार 12 प्रमुख सेक्टरों के 35 क्षेत्रों में दिया जाएगा। इन 12 प्रमुख सेक्टरों में कृषि, शिक्षा, उद्यम टेक्नोलॉजी, ऊर्जा, वित्त, फूड, स्वास्थ्य, इंडस्ट्री 4.0, अंतरिक्ष, सुरक्षा, पर्यटन और शहरी सेवाएं शामिल हैं। योजना के तहत एक विजेता इन्क्यूबेटर और एक एक्सीलरेटर (प्रत्येक) को 15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा।
                        
                
                                
                    
                    
                    
                    
                    
