कोरोना संकट के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर लगातार हमलावर रहे हैं, उन्होंने एकबार फिर से निशाना साधा है। राहुल ने रविवार को ट्वीट में लिखा- 135 करोड़ की आबादी में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन की जरुरत है, मोदी सरकार के विकास का दर्दनाक उदाहरण है।
दरअसल मोदी सरकार 80 करोड़ लोगों को मुुफ्त राशन देने को अपनी उपलब्धि बताती है, जबकि इतने लोगों का गरीबी रेखा से नीचे रहना ही चिंताजनक है। इसके पहले राहुल गांधी ने सरकार द्वारा हर दिन पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाए जाने पर भी हमला बोला था, उन्होंने सरकार को टैक्स वसूली में पीएचडी धारक बताया।राहुल 19 जून को 51 साल के हो गए, कोरोना के चलते उन्होंने इसबार भी अपना जन्मदिन नहीं मनाया, कांग्रेस के लोगों ने सेवा दिवस के रूप में मनाया।
असमानता बढ़ना मोदी सरकार की एक बड़ी विफलता रही है, हाल ही में शीर्ष 8 कंपनी का मार्केट वैल्यू 1.39 लाख करोड़ रुपए बढ़ा, दूसरी तरफ 27 करोड़ और भारतीय गरीबी रेखा के नीचे आ गए। सरकार के कदमों से सिर्फ मुट्ठी भर, सरकार के चहेते उद्योगपतियों को फायदा हो रहा और जनता भूखों मरने को मजबूर हैं।
नोटबंदी, जीएसटी और फिर कोरोना महामारी के कुप्रबंधन ने स्थिति को और नाजुक बना दिया है। सरकार मजदूरों के सामाजिक सुरक्षा, उनके जीवन स्तर को ऊपर लाने, गरीब और अमीरों में संतुलन लाने की नीति तो बहुत बना रही, लेकिन जमीनी स्तर पर उसका कोई बदलाव, या असर नजर नहीं आ रहा। सरकार को सिर्फ प्रोपेगंडा करने के अलावा जमीनी हकीकत को जानना और बदलना होगा तभी दबे, कुचले, शोषित और वंचित लोग विकास की मुख्यधारा में आ पाएंगे।