Vibhajan Vibhishika Day

विभाजन विभीषिका पीड़ितों को नमन करेगा उत्तर प्रदेश

29 0

लखनऊ। एक ओर, देश में आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है, वहीं एक दुखद सच्चाई यह भी है कि भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के कारण उस वक्त लाखों लोगों ने विभाजन की विभीषिका झेली थी। कितने ही लोग मारे गए थे और जो बचे वह इन भयावह दृष्यों से शायद जीवन भर न उबर पाए। आज भले ही वक्त के साथ इससे जुड़े घाव भर गए हों, मगर निशान तो अब भी कायम हैं। यही कारण है कि पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश में विभाजन की विभीषिका (Vibhajan Vibhishika Day) को याद करने और इसी पीड़ादायी त्रासदी के बारे में युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन किया गया था।

ऐसे में, इस वर्ष भी पिछले वर्ष की भांति ही 14 अगस्त को प्रदेश में विभाजन के दौरान प्राण गंवाने वाले लोगों को याद रखा जाएगा और वृहद स्तर पर पूरे प्रदेश में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सीएम की मंशा के अनुरूप, प्रदेश के सभी 75 जिलों में विभाजन के दौरान विस्थापित परिवारों को आमंत्रित कर त्रासदी में प्राण गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, सभी जिलों में प्रदर्शनी के आयोजन, विभाजन संबंधी डॉक्यूमेंट्रीज दिखाए जाने व अन्य कार्यक्रमों के आयोजन की विस्तृत रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इस विषय में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा सभी सचिवों, मंडलायुक्त व जिलाधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।

सामाजिक सद्भाव का जरिया बनेगा आयोजन

1947 में देश ने लाखों लोगों के बलिदान के फलस्वरूप स्वाधीनता प्राप्त की थी, मगर इसी दौरान देश को दो टुकड़ों में बांटे जाने का जख्म भी झेलना पड़ा। भारत से कटकर पाकिस्तान नया देश बना और बाद में पाकिस्तान के इसी पूर्वी हिस्से ने 1971 में बांग्लादेश के तौर पर एक नए देश की शक्ल ली। भारत के इस भौगोलिक बंटवारे ने देश के लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक व मानसिक रूप से तोड़कर रख दिया था।

ऐसे में, इस त्रासदी में प्राण गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देकर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस (Vibhajan Vibhishika Day) के आयोजन के जरिए भेदभाव, वैमनस्य व दुर्भावना को खत्म कर एकता, सामाजिक सद्भाव व मानव सशक्तिकरण की भावना को बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसी बात को ध्यान में रखकर सीएम योगी की मंशा के अनुरूप आयोजन को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है।

सभी जिलों में आयोजित होंगे कार्यक्रम

लखनऊ समेत प्रदेश के सभी 75 जिलों में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस (Vibhajan Vibhishika Day) संबंधी आयोजनों की विस्तृत रूपरेखा तय कर दी गई है। मुख्य तौर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसमें विभाजन की त्रासदी झेलने वाले परिवारों को भी आमंत्रित किए जाने की योजना है। त्रासदी में प्राण गंवाने वाले लोगों के लिए 2 मिनट का मौन रखा जाएगा। इसके अतिरिक्त विभाजन से संबंधित डॉक्यूमेंट्री फिल्म्स को भी दिखाया जाएगा।

योगी सरकार ने सस्ते उप खनिजों के लिए 790 नये खनन क्षेत्र किए चिन्हित

मुख्य तौर पर स्कूलों, कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में डॉक्यूमेंट्री फिल्मों को दिखाया जाएगा। सभी जिलों के बड़े सभागारों में विभाजन से जुड़ी स्मृतियों व अभिलेखों को प्रदर्शनी के आयोजन के जरिए दिखाया जाएगा। इसके अतिरिक्त भारत-पाकिस्तान के बंटवारे से संबंधित किताबों को पुस्तक प्रदर्शनी के माध्यम से आम लोगों के लिए सुलभ बनाया जाएगा। साथ ही, विभाजन के दर्द को साझा करने के लिए प्रदेश में स्क्रीय सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया, उत्तर प्रदेश सिंधी सभा, उत्तर प्रदेश सिंधी अकादमी व सनातनी पंजाबी महासभा जैसे विभिन्न गैर सरकारी संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा।

Related Post

cm vijay rupani

गुजरात के सीएम विजय रूपाणी के बिगड़े बोल- सिद्धू को बताया पाकिस्तान का दलाल

Posted by - April 17, 2019 0
वलसाड। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने सिद्धू…
प्रियंका वाड्रा

प्रियंका गांधी वाड्रा बोली- पीएम मोदी शक्तिमान नहीं, दुर्बल प्रधानमंत्री

Posted by - April 27, 2019 0
बाराबंकी। प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार को उन्नाव में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में रोड शो करने के बाद बाराबंकी में…
नेट बैंकिंग के जरिये विदेश में धन ट्रांसफर करता था सलीम

नेट बैंकिंग के जरिये विदेश में धन ट्रांसफर करता था सलीम

Posted by - March 2, 2021 0
यूपी एसटीएफ द्वारा अयोध्या से गिरफ्तार किये गये नेपाली नागरिक सलीम ने खुलासा किया है कि उसके साथ के कई अन्य नेपालियों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये बैंक खाता खोलवाकर रुपये लेन-देन कर रहे हैं। ऐसे लोगों ने यूपी के विभिन्न शहरों में यहां की आईडी तक बनवा रखी है। सलीम से पूछताछ के बाद एसटीएफ उसके ऐसे कई नेपाली नागरिकों की तलाश कर रही है। सलीम को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। वह वाट्सएप कॉल के जरिए पाकिस्तान, सऊदी अरब और सूडान के नागरिकों से भी बात भी करता था। उसके पास से फर्जी आधार कार्ड और नेपाली दस्तावेज बरामद हुए थे। शाहजहांपुर में 3 स्कूली छात्राएं लापता यूपी एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सलीम की गिरफ्तारी के बाद उसके गहन पूछताछ की गयी। पूछताछ में बताया कि उसके साथ नेपाल से आये कई और साथियों ने यूपी के विभिन्न जिलों में फर्जी दस्तावेज तैयार कर विभिन्न बैंकों में खाते खुलवा रखे हैं जिनके जरिये वे लोग रुपये का ट्रांजेक्शन करते हैं। वे लोग नेट बैंकिग के जरिये विदेशों में धन ट्रांसफर कर रहे हैं। सलीम ने ऐसे अपने कई साथियों के नाम पते भी बताए हैं। सलीम से पूछताछ के बाद एसटीएफ ऐसे लोगों के बारे में पता लगाने में जुटी है। नेपाल के बांके जिले के लक्षनपुर, नेपालगंज का रहने वाले मो. सलीम खान को यूपी एसटीएफ ने कल गिरफ्तार किया था। दरअसल, एसटीएफ को काफी समय से सूचना मिल  रही थी कि एक संदिग्ध व्यक्ति अयोध्या व उसके आस पास के जिलों में अलग-अलग स्थान पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपनी पहचान को छिपाकर रह रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ की एक टीम छानबीन में लगायी गयी थी। जांच में पता चला कि ये व्यक्ति नेपाली नागरिक सलीम खान है। उसने अपनी जन्म तिथि व अन्य पहचान छिपाकर फर्जी दस्तावेज से अपना आधार बनवाया है जिसका नम्बर 381360937629 है। उसी आधार पर उसने भारतीय मोबाइल सिम कार्ड लिया है और वर्ष-2016 में श्रावस्ती में इलाहाबाद व इण्डियन बैंक की हेमपुर ब्रांच में खाता संख्या खुलवाया है। यूपी पंचायत चुनाव में इस बार उम्मीदवारों को मिलेंगे ये चिन्ह…